मेरी खूबसूरत बीवी का गरम जिस्म 3 – Crazy Sex Story

मेरी खूबसूरत बीवी का गरम जिस्म 3 – Crazy Sex Story

Bhabhi XXX Kahani

नमस्कार दोस्तों, मैं राजवीर, कैसे है आप सभी. दोस्तों मैंने अपनी कहानी मेरी खूबसूरत बीवी का गरम जिस्म 2 में आपको बताया की मेरी बीवी को बच्चा होने में परेशानी थी, फिर मेरी बीवी की वाइफ दिव्या मेरी हेल्प करने लगी. और हम मिलकर थ्रीसम चुदाई करने लगे. Bhabhi XXX Kahani

अगले दिन मै काफी लेट से उठा। वो दोनो उठ गई थीं। मै उठा तो 9 बजने वाला था। कुछ देर मे मै नहा लिया और खाना खाने बैठ गए। निथिया कॉलेज चली गई। हम तीनो बैठ कर बातें करने लगे। दिव्या पूरा प्लान बताने लगी।

दिव्या: जब प्रेग्नेंट रह जाऊंगी तो मै घर से नही निकलूंगी और अथिया निकलेगी कभी तो पेट पर कपड़ा लगा कर इससे आस पास वालों को भी शक नही होगा।

मै: और मां को क्या कहेंगे।

दिव्या: घर मे 5वे महीने मे बतायेगे की ,अथिया प्रेगनेंट है और जब आंटी आने को बोलेंगी तो पहले मना कर देगें फिर जिद करेंगी तो मै उनके आने से पहले बेंगलुरु चली जाऊंगी तुम अथिया उन्हे यहां संभाल लेना।

मै: अगर डिलीवरी तक रहने को बोली या उस टाईम आने को बोली तो।

दिव्या: महीनो को आगे पीछे कर देते हैं उनको डिलीवरी के बाद बुलायेंगे।

मै: देख लो अब सब तुम्हारे हाथ मे है।

अथिया: पहले हो तो जाने दो सब ठीक हो जायेगा।

दिव्या;(मेरा हाथ चूमते हुए) मै सब सम्हाल लुंगी। तुम बस हम दोनों को प्यार करो।

मै: अब हो तो गया रात को अब क्यों करना।

दिव्या:(हंसते हुए) अबे एक ही बार मे हो जाता है क्या बार बार करना पडता है।

मै: मै अब नही करूंगा।

दिव्या मुझे स्मूच करने लगी।

मै: ठीक है रात को करते हैं अभी आराम करते हैं।

हम रूम मे आ गए वो दोनो मेरे साईड मे लेट गई मै अथिया के तरफ मुंह कर लेटा और उसे बांहों मे भर लिया पीछे से दिव्या ने अपनी टांग मेरी कमर पर चढ़ा दी और मुझे बांहों मे भर लिया उसकी चूंचियां मेरे पीठ मे सटी थीं।

मै: तेरे ये बड़े बड़े मम्मे मुझमें करेंट भर रहे हैं इन्हें दूर हटा।

दिव्या;(मुझसे और चिपक गई) चुप चाप सो जा।

कुछ देर हम बात करते रहे फिर सो गए। कुछ देर बाद निथिया आ गई तो हम उठ कर कुछ खा कर हॉल मे सोफे पर बैठ बातें करने लगे।

निथिया: भाभी आप रात को कहा चली गई थी मै अकेली थी मुझे कितना डर लग रहा था मालूम है आपको!

दिव्या:(हंसते हुए) मै गई थी तुझे मौसी बनाने के जुगाड मे।

निथिया:(धीरे से) तो बात बनी क्या?

दिव्या: (हंसते हुए) नही यार तेरा जीजा मेरे साथ मान ही नही रहा।

निथिया: अगर आपके साथ नही मान रहे तो मै ट्राई करूं क्या।?

मै: ओए पिटेगी क्या, चल जा अन्दर और पढ़ाई कर।

अथिया और दिव्या हंस रहे थे।

निथिया:(हंसते हुए) और नही तो क्या हमारा तो रिश्ता भी वैसा है मेरे साथ ट्राई कर लो।

मै: रूक तुझे बताता हूं।

वो उठ कर अपने कमरे मे भाग गई।

मै: काफी बदमाशी करने लगी है।

अथिया: मै बोली थी ना कुछ तो वो आपके लिए फिल कर रही है तभी ऐसा मजाक कर रही है।

दिव्या: ये मजाक नही था ये खुला इन्विटेशन था।

दोनों हंसने लगी। शाम को मां का फोन आया कि भाई भाभी का फिर झगड़ा हो गया है मै क्या बोलता मै कुछ नही बोला।

दिव्या: भाभी बहुत बुरी हैं पता नही किस बात का घमंड है उन्हे।

मै: किस बात का घमंड होता है लड़कियों को?

दिव्या:(हंसते हुए) बूर का घमंड है। उनको भईया कस कर चोदते ही नही हैं मै भईया के जगह होती तो चोद चोद उसकी बूर फाड़ देती।

मै:(हंसते हुए) तो लगवा ले।

दिव्या: तू ना कभी पकड़ कर उसे खूब चोद और सारा घमंड बूर से निकाल दे।

मै: पागल है क्या कुछ भी मत बोल।

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अब रात को खाना खा हम फिर चुदाई करते हैं मै दोनों को दो बार चोदता हूं फिर सोने टाईम मै दिव्या को निथिया के पास जाने बोलता हूं तो अथिया चली जाती है दिव्या मेरी बांहों मे सो जाती है। अगली रात भी ऐसा ही चलता है। उसके अगली रात मै मना कर देता हूं कि अब वेट करते हैं। कुछ दिन बाद दोनो फिर कमरे मे आ जाती हैं।

मै: क्या हुआ वेट करते हैं ना कुछ दिन।

दिव्या: यार 5 दिन पहले मेरे पीरियड आ गए अब फिर से करना पड़ेगा।

मै: यार तो तुम्हें पहले कैलकुलेट करना चाहिए था ना।

दिव्या: इस बार करूंगी। चलो करते हैं।

मै: आज करने से कोई फायदा नही है।

दिव्या: यार तुम दिल से नही चाहते हो। एक महीने तक करो फिर देखते हैं।

अब मै मान जाता हूं और महीने तक कभी कभी एक दिन गैप कर दोनों की चुदाई करता हूं। लेकिन अगले महीने फिर दिव्या के पीरियड आ जाते हैं। जिस दिन पीरियड आए उस दिन सुबह हम खाना खा कर बैठे थे दोपहर मे निथिया अपने कमरे मे थी हम सोफे पर बैठे थे। दिव्या मेरे कन्धे पर सिर रख बड़े ही उदास मन से बैठी थी अथिया भी उदास थी। “Bhabhi XXX Kahani”

मै: क्या हुआ दोनों बड़ी उदास हो।

दिव्या: मेरे आज फिर पीरियड आ गए।

मै: तो क्या हुआ?

वो दोनों सुबक सुबक कर रोने लगी।

मै: हे रो क्यों रही हो।

अथिया: लगता है मेरी वजह से ये सब हो रहा है।

मै: पागल हो क्या मै अपना फिर से टेस्ट करवाता हूं।

दिव्या; नही तुझमें प्रॉब्लम नही है, कुछ दिक्कत आई होगी इस बार फिर से ट्राय करती हूं।

मै: अरे यार एक बार तुम अपने पति से ट्राय करो क्या हो जायेगा मेरा बच्चा तुम्हारा बच्चा सब एक ही तो घर के हैं और एक ही घर मे रहेंगे।

दिव्या:(मुझे चूमते हुए) इस बार हम सच्चे दिल से करेगें।

निथिया:(गेट के पास से) आप लोगों से नही हो रहा है तो एक बार मुझे मौका दे कर देखिए।

मै: (उसे घूरते हुए) जाओ यहां से।

दोनो हंसने लगी।

दिव्या:(हंसते हुए) ये सही कह रही है अगली बार नही हुआ तो एक मौका इसे भी दे देगें।

मै दिव्या के गाल काट लेता हूं। अब अगले एक महीने तक हम खूब चुदाई करते हैं बीच मे मेरा साला भी आता है वो मुझे मान जाने के लिए थैंक्यू बोलता है। अब अगले महीने दिव्या के पीरियड्स मिस हो जाते हैं हम बहुत खुश होते हैं। अगले महीने मै दिव्या को टेस्ट करने बोलता हूं। उस दिन सुबह उठा ही था की निथिया मुझे जगाने आती है। “Bhabhi XXX Kahani”

निथिया: उठ जाइए जीजा जी।

मै उठा देखा उसके हाथ मे एक प्रेगनेंसी कीट थी।

मै: ये क्या है लाओ दिखाओ।

निथिया: पहले एक पप्पी दो तब दिखाऊंगी।

मै उससे छीनने लगा तो वो भाग गई, मै उसके पीछे भागा। बाहर हॉल मे निथिया टेबल का चारों तरफ भागने लगी।

मै: देखो निथिया दे दो नही तो पकड़ा जाओगी तो बहुत पीटूंगा।

दिव्या:(हंसते हुए) दे दो ना निथिया टुल्लू क्यों तड़पा रही हो।

निथिया: मै तो कबसे देने को तैयार हुं भाभी लेकिन ये लेते ही नही।

मै: अरे यार मै किट मांग रहा हूं।

निथिया: हां तो पहले पप्पी दो और किट ले जाओ।

मै: अभी बताता हूं तुम्हें।

हम भागदौड़ कर रहे थे मै उसे पकड़ लेता हूं वो किट अपने सूट मे ब्रा के बीच डाल देती है।

निथिया: चलो अब निकाल कर दिखाओ।

मै उसे पीछे से पकड़ा था और उसे गुदगुदी कर रहा था ।

मै: चल निकाल कर दो।

तभी अथिया ऊपर से आती है।

अथिया:(हंसते हुए) क्या कर रहे हैं आप दोनों।

मै: देखो ना ये किट नही दे रही है और बता भी नही रही है।

अथिया: जानने के लिए किट की क्या जरूरत।

मै दोनों की आंखों मे देखता हूं दोनो शर्मा रही थीं मै समझ गया कि पॉजिटिव है मै बहुत खुश हुआ, और निथिया को छोड़ दिया।

मै: जाओ तुम मुझे पता चल गया।

उसने मेरे गाल पर कस कर चूम लिया और दांत लगा दी। और किट दे भाग गई।

मै: आह देखो कितनी बदमाशी करने लगी है दांत का निशान बन गया।

अथिया: साली की इतनी सैतानी नही झेल सकते तुम।

वो दिव्या को ला सोफे पर बिठा देती है दिव्या शर्मा रही थी। हम दोनो उसके गाल चूम लेते हैं।

मै: दिव्या तूने जो किया है हमारे लिए वो कोई किसी के लिए नही करता थैंक यू।

वो मेरे गर्दन पर काट लेती है।

दिव्या: तूने ही मेरी शादी के टाईम बोला था कि कभी परिवार मे थैंक यू मत बोलना खुद भूल गया।

मै:(उसके गाल चूमते हुए) ठीक है मै याद रखूंगा।

हम कुछ देर यूंही प्यार भरी बातें करते रहे। अब शाम को सभी बैठ कर बातें कर रहे थे।

अथिया: सुनो निथिया किसी को मत बताना की दिव्या प्रेगनेंट है।

अब दिव्या निथिया को सारा प्लान समझाती है।

निथिया: इतना बड़ा राज छुपाने के बाद मुझे क्या मिलेगा।

दिव्या:(हंसते हुए) क्या चाहिए तुझे?

मै: तुझे स्कूटी दिलवा दुंगा।

निथिया: स्कूटी नही चाहिए मुझे मै तो कुछ बड़ा हाथ मारूंगी।

अथिया: ठीक है तुझे जो चाहिए मिल जाएगा।

निथिया: हां लेकिन चेक अप के लिए तो जाना पड़ेगा ना।

मै: हां, उसके लिए मै गाड़ी ही खरीद लूंगा और दूर के हॉस्पिटल मे चेक अप कराऊंगा।

अब सब मिलकर खाना खाते हैं मेरे साले को ये खबर देते हैं वो बहुत खुश हुआ। सब अब दिव्या का बहुत ख्याल रखते हम कभी कभी चुदाई करते सब बहुत खुश थे कोई पड़ोसन आती तो दिव्या सामने नही जाती और कोई पूछती तो कह देते कि वो बेंगलुरु गई है। “Bhabhi XXX Kahani”

अब कुछ दिन मे मेरा साला आ गया तो हम जा कर एक गाड़ी खरीद लाए। मेरा साला बहुत खुश था दिव्या से वो बहुत प्यार करता था दिव्या भी उससे बहुत प्यार करती।  हम सभी खुशी खुशी रह रहे थे। सब दिव्या का बहुत ध्यान रखते। घर पर पांचवें महीने मे बता दिया की अथिया 3 महीने की प्रेगनेंट है मां बहुत खुश हुई।

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मां आना चाहती थी लेकिन दिव्या ने कहा कि डिलीवरी टाईम आइएगा। कुछ महीने बाद मां का फोन आया कि भाई भाभी ने फिर झगड़ा किया है और भाई बच्चों को अपने साथ ले गया है भाभी मायके चली गई है मै बोला की तुम भी भाई के पास चली जाओ बच्चों को देखना।

इधर मै सारा सेट कर रखा था डॉक्टर हॉस्पिटल सब। कुछ महीने बाद दिव्या ने एक बहुत ही सुन्दर बेटे को जन्म दिया हम बहुत खुश हुए। बहुत मजे किए घर आ कर सबने। एक महीने बाद मां को बताया की पोता हुआ है तुम्हारा।

मां बोली कि अभी तो टाईम था ना मै बोला की गिनती मे गड़बड़ हो गई होगी दिव्या बोली कि चाची आपके पोते को आने की जल्दी थी तो जल्दी आ गया। मां अपने पोते को देखने के लिए आना चाहती थी। मै बोला भाई के बच्चों को छोड़ कैसे आओगी भाभी मायके ही हैं। “Bhabhi XXX Kahani”

मां बोली तू अपनी भाभी को ले जा देख भाल के लिए मै मना कर दिया तो मां बोली तो तू जाकर भाभी को मना ला वो भाई के पास चली जाएगी तो मै तेरे पास आ जाऊंगी। कुछ देर बाद मै मान गया। अब कुछ दिन बाद जब मेरा साला छूट्टी पर आया तो मै भाभी के मायके चला गया फ्लाइट से।

उनके घर मे बहुत लोग थे सबने मनाया तो वो मान गई अब मै उन्हे अपने गांव वाले घर बिहार मे ही ले गया वहां सिर्फ पापा थे। वहां पहुंच मै कल उन्हे भाई के पास ले जाने वाला था। अब रात को खाना खा मै उन्हे बताने गया कि कल चलना है भाई के पास।

भाभी: तेरा भाई मुझे छोड़ गया था जब तक वो नही आएगा मै नही जाऊंगी।

मुझे गुस्सा आ गया मै अपने बीबी बच्चों को छोड़ इनकी खुशमदगी करने वाला नही था। मै छत पर जा दिव्या को फोन कर बता दिया कि मै कल आ रहा हूं ये सब पागल हो गई घमंड मे।

दिव्या: अरे बोली तो थी मै उसकी बूर फाड़ दे सारा घमंड उतर जाएगा। ये हमारे परिवार को बर्बाद कर देगी।

मै भाई को फोन किया। भाई बोला बहुत घमंड है उसे रहने दे उसे घमंड मे मै डाइवोर्स भी नही दुंगा और ना साथ रखूंगा। मै उसे समझाया कि देख ये सब मत सोच सब मिलकर बैठते हैं और क्या दिक्कत है समझते हैं। “Bhabhi XXX Kahani”

भाई: उसे तुझसे दिक्कत है हमेशा तेरे बारे मे उल्टा सीधा भड़काते रहती है।

मै: अगर मै उनसे अपना सारा दिक्कत सॉल्व कर लूं तो तुम दोनों खुश रहोगे ना?

भाई: अरे ये हो ही नही सकता वो अपनी बहन की शादी तुझसे करना चाहती थी लेकिन तूने किया नही उसी समय से उसके बूर मे जहर चढ़ा है।

मै:(हंसते हुए) मै जा कर सारा जहर उतार देता हूं।

अब मैने नीचे जा कर देखा पापा ग्राउंड फ्लोर पर रूम मे सो रहे थे भाभी सैकंड फ्लोर पर थीं। मै उनके रूम मे गया।

मै: और बताओ भाभी सोने की तैयारी कर रही हो?

भाभी: हां।

मै: कुछ देर मै यहां बैठ बातें करूं तो आपको कोई दिक्कत होगी।

भाभी: नही आओ बैठो।

भाभी मुझसे अथिया और बच्चे के बारे मे पुछने लगी मै उन्हें बोला की सब ठीक है।

मै: भाभी एक बात बताओ बच्चा होने के कितने दिन बाद चुदाई करना चाहिए?

भाभी: ये कैसी बातें पूछ रहे हो तुम?

मै: भाभी बताओ ना 9 महीने से चुदाई नही किया हूं तुम तो खूब मजे लूट रही हो भाई के साथ।

भाभी: क्या मजे कर रही हुं जब से इन्दौर से आई हूं तब से……

वो चुप हो गई।

मै: छोड़ो वो सब ये देखो।

मै उन्हे अपनी और अथिया की चुदाई के कुछ फोटो दिखाने लगा।

भाभी: हटाओ इसे मुझे ये सब मत दिखाओ।

मै: देखो तो भाभी अथिया की बूर कितनी टाईट है उसके चूंचे कितने परफेक्ट हैं। आप की तो अब जवानी ढल रही है।

भाभी: वो 25,26 की है और मै 32 की दो बच्चो की मां।

मै: देखो भाभी उसकी गान्ड कैसा सुडौल बना दिया हूं मै, आप बोलो तो आपकी भी बना दूंगा।

भाभी: ज्यादा बकवास ना करो जाओ अब मुझे कपड़े चेंज करने हैं।

मै: क्यों आप मेरे सामने चेंज नही कर सकती क्या?

भाभी मेरे सामने ही टॉवेल लपेट साड़ी खोल दी और ब्लाउज खोल दी ब्रा के ऊपर टॉवल लपेट नीचे पेटीकोट उतार दी उनकी मोटी जांघ और बड़ी गांड़ पैन्टी मे कसी थी वो दूसरा टॉवेल कमर पर लपेट ली और अलमारी मे मैक्सी डुंडने लगीं। “Bhabhi XXX Kahani”

मै: दो बच्चों के बाद भी आपने खुद को काफी मेंटेन कर रखा है।

भाभी: अभी तो बोल रहा था जवानी ढल रही है मेरी।

मै: अभी तो आप पीक पर हो एक बार पलटो ना मेरी तरफ।

भाभी पलट गई।

भाभी: नाइट ड्रेस नीचे बैग मे है जाकर ले आओ।

मै: ऐसे ही सो जाओ कौन देखने वाला है यहां।

भाभी: जा कर ले आओ।

मै: अच्छा एक बार टॉवल हटा कर दिखा दो।

भाभी: ज्यादा मत बनो।

मै: दिखाओ ना भाभी ये देखो अथिया कितनी हॉट लगती है ब्रा पैन्टी मे।

मै उन्हे अथिया की एक सेक्सी फोटो दिखाता हूं ब्रा पैंटी मे।

भाभी: देखो.

वो टॉवल हटा दी।

मै: वाह भाभी आप तो कमाल लग रही हो मै एक फोटो ले लेता हूं।

भाभी: ले लो मगर किसी को दिखाना मत।

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मै: भाभी आपकी प्रेगनेसी फैट कैसे कम हुआ था अथिया को बताना था।

भाभी: मै उसे बता दूंगी।

मै: भाभी आपकी कमर कितनी लचीली है।

भाभी: ज्यादा मक्खन मत लगा जा मैक्सी ले आ।

मै नीचे गया और बैग से एक सेक्सी से मैक्सी ले आया।

भाभी: ला अब।

मै: मै पहना दूं तो कोई दिक्कत?

भाभी: ज्यादा बन मत ला इधर।

मै: मै पहनाऊंगा नही तो नीचे ले जाता हूं।

भाभी: ठीक है।

मै मैक्सी ले बेड पर बैठ गया।

मै: पहले बताओ कब चुदाई कर सकते हैं बच्चे के बाद।

भाभी: जब तेरा मन हो!

मै: अभी करने का मन है।

भाभी: (थोड़ी चुप रही) तेरी बीबी तो है नही तो किसके साथ करेगा।

मै: वो मैने सोच लिया है।

भाभी: ला अब मैक्सी दे।

मै उठा और उनके पास गया और उन्हें बांहों मे भर लिया।

भाभी: ये क्या कर रहा है तू छोड़ मुझे?

मै: भाभी आप अभी तक मेरी शादी को लेकर नाराज हो आपकी बहन की शादी मुझसे भी अच्छे लड़के से हुई है अब तो माफ कर दो मुझे।

भाभी: पहले छोड़ो मुझे।

मै: नही आज सारे गिले सिकवे आपसे दूर कर ही आपको छोडूंगा।

भाभी: आह मार दूंगी छोड़ मुझे।

मै: आज चाहे कितना भी मार लो मै नही छोड़ूंगा।

मै उनके गर्दन पर होंठ रख दिया और चूसने लगा।

भाभी: आह छोड़ मुझे मै तेरे भईया को बोल दूंगी।

मै: भईया ने ही बोला है आपका जहर उतारने को।

भाभी: कैसा जहर?

मै भाभी को पकड़ पलंग पर लेट गया और उन्हें दबोच उनके होंठ चूसने लगा उन्हे काटने लगा अब उनके गाल गले कान गर्दन सब जगह चूसने लगा वो आह आह कर रही थीं और झूठा विरोध भी कर रही थीं। मै अब उनके ब्रा हटा मम्मे चूसने लगा.

वो आह आह करते हुए झूठा विरोध कर रही थीं मै कभी उनके मम्मे काट लेता। अब उनका पेट चूसने लगा उनकी नाभि पेडू चूसने लगा। वो आह आह कर रही थीं और मेरा सिर हटा रही थीं। अब मै सीधा अपना मुंह उनकी बूर पर लगा देता हूं और पैन्टी दांत से पकड़ उतार देता हूं।

बूर पर जीभ फिराते ही वो ज़ोर से आह करती हैं शायद भाई ने कभी उनकी बूर नही चाटी थी। मै बिना गौर से बूर देखे उनकी टांग फैला बूर चूसने लगा मोटी मोटी जांघों को चूसने लगा वो आह आह कर रही थी मै उनकी बूर को पूरा मुंह मे भर लेता उनकी सिसकी निकल गई। “Bhabhi XXX Kahani”

मै जीभ से बूर चोदता कभी दांत क्लिट पर लगा देता वो सिसकते हुए झड़ गई मै चाटता रहा और बूर साफ कर दिया वो फिर गर्म हो झड़ गई मै हटा नही वो हटो हटो करती रहीं मै चूसता रहा वो बार बार आह आह करते हुए झड़ रही थीं।

भाभी: आह अब छोड़ दो दर्द हो रहा है। वो रोने जैसी हो गई 4 बार झड़ने पर ही।

मै उनके ऊपर लेट उन्हें किस करने लगा।।

मै: उतर गया सारा जहर की और है, और है तो मै सारा आज चूस कर उतार दूंगा।

भाभी: आह नही अब रहने दो।

कुछ देर मै उन्हे किस करता हूं उन्हे सहलाता हूं तो उनकी सांसे नॉर्मल होती हैं।

मै: भाभी एक बात बोलूं।

भाभी: हां बोलो।

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मै: कब तक लड़ती रहोगी भाभी अपने घमंड मे आप अपना और अपने बच्चों का जीवन बर्बाद कर रही हो।

भाभी कुछ नही बोली। मै उन्हे हिलाया तो वो रोने लगी। मै उन्हे सीने से लगा उन्हें चुप कराने लगा।

भाभी:(रोते हुए) सही कहा तुमने मै अपने बच्चों से दुर इतने दिन से हूं पता नही मेरे बच्चे कैसे होंगे मेरे बिना।

मै उन्हे चुप कराता हूं।  कुछ देर बाद वो सो जाती हैं तो मै भी वहीं सो जाता हूं। अगले दिन उठा तो मै भाभी से नजरें नही मिला पा रहा था। मै ऊपर ही रूम मे बैठा था। भाभी खाने के लिए बुलाने आई।

मै: सॉरी भाभी कल रात के लिए।

भाभी:(मुझे गले लगा लेती हैं) कल कितने महीने बाद किसी मर्द का स्पर्श मिला था मुझे तुझे क्या बताऊं।

मै: सॉरी मुझे माफ कर दो।

भाभी: माफी तो मुझे मांगनी चाहिए मै इतने दिनो से द्वेष पाले बैठी थी।

अब चलो आज मुझे अपने बच्चों से मिलना है।

मै:(हंसते हुए) कल चलूंगा आज आपको जम कर चोदूंगा।

भाभी मेरे सीने पर मारती हैं। मै अब रात को भाभी को जम कर 4 बार चोदता हूं उनकी बूर सूजा देता हूं उनकी बूर पुए जैसी मुलायम थी। भाभी सालभर बाद चुद रही थीं उनकी सारी गर्मी उतार देता हूं। सुबह भाई भाभी की फोन पर बात करा देता हूं वो अपने सिकवे गिले दूर कर लेते हैं अब भाभी को ले भाई के पास पहुंचा देता हूं।

भाई के बच्चे अपनी मां से मिल बहुत खुश हुए। अब मां बोली की चल मुझे अपने पोते को देखना है तो मै बोला की अभी भाभी पहली बार आई है तू एक महीने बाद आना पता चला ये दोनो फिर लड़ने लगे।मां मान जाती है। अब मै इन्दौर आ जाता हूं मेरा साला अगले दिन चला जाता है । “Bhabhi XXX Kahani”

मै अपने बच्चे को ले खूब खुश था। दिव्या और अथिया बच्चे का खूब ख्याल रखती थी। दोनो बच्चे के साथ एक ही रूम मे सोती मै अलग रूम मे और निथिया अलग रूम मे। दिव्या को मैने मां के बारे मे बताया।

मै: दिव्या मां अगले महिने आ जाएगी तू अपना पेट का क्या करेगी।

दिव्या:(हंसते हुए) उसे तो मै बेल्ट लगा एक्सरसाइज कर खत्म कर दूंगी लेकिन इसका क्या करें।

वो अपने दूदू की तरफ इशारा कर बताती है।

मै: तू बोली थी ना की सब संभाल लेगी तो संभाल।

दिव्या: इतना सब हो गया तो ये भी हो जाएगा।

बस तू अपने बेटे की मामी का ख्याल रख।

मै: (चौंकते हुए)कौन है बेटे की मामी?

दिव्या: मै हूं और कौन है!

मै:(हंसते हुए) ओ अच्छा।

दिव्या सबको बुलाती है।

दिव्या:एक बात सब दिमाग मे बैठा लो मै इसकी मां सिर्फ दूदू पिलाने तक हूं बाकि मामी हूं। कल से ही सब इसकी प्रैक्टिस करेंगे नही तो आंटी के सामने पोल खुल जाएगी।

निथिया: आंटी दूदू पिलाने बोलेगी तो दीदी क्या करेगी।

दिव्या: वो आंचल से ढंक कर निप्पल उसके मुंह मे देगी। और नही चुप हुआ तो मुझे अकेले मे देगी।

सब अच्छे से तैयार रहेंगे तो पकड़े नही जाएंगे। अब एक दिन रात को मै अथिया को बुलाने गया उनके रूम मे। मै उसे इशारे से चलने बोल रहा था बहुत दिन से हमने प्यार नही किया था।

दिव्या:(हंसते हुए) अथिया जाओ तेरा पति बुला रहा है।

अथिया:(शरमाते हुए) मै नही जाऊंगी आप चली जाओ।

दिव्या: आज तू चली जा मै कल चली जाऊंगी।

मै: तु अब क्यों आएगी?

दिव्या: बोली थी ना बेटे के मामी का भी ख्याल रखना पड़ेगा उसके मामा की अनुपस्थिति मे।

दोनो हंसने लगे। अथिया मेरे साथ आ गई मै उसे स्मूच करने लगा। हम बहुत दिन बाद चुदाई करने वाले थे मै उसे जम कर 2 बार चोदा फिर वो दिव्या के साथ सोने चली गई। अब अगले दिन दिव्या आ गई।

मै: यार ये गलत नही है अब करना।

दिव्या: कुछ गलत नही है मेरा पति मुझे बोल गया है कि तुम खुश रहना।

दिव्या मुझे किस करने लगी।

दिव्या: अरे तूझे तो मै अपना दूध टेस्ट ही नही कराई ले टेस्ट कर।

मै उसका दुध पीने लगा।

दिव्या: कैसा लगा?

मै: बहुत मीठा है तेरा दूध।

दिव्या:अथिया भी यहीं बोली।

मै: उसने भी टेस्ट किया क्या?

दिव्या: हां मै उसे टेस्ट कराई कल निथिया को भी टेस्ट करा दूंगी।।

मै:(हंसते हुए) पागल है तू एक नम्बर की।

मै अब उसके मम्मे चूसने लगा वो आह आह करने लगी अब उसकी बूर चूसने लगा।

मै: तेरी बूर सॉफ्ट हो गई है और बड़ी भी।

मै उसे चूस चूस झड़ा देता हूं और जम कर दो बार चोदता हूं। अब हम यूंही रहने लगे। एक महीने बाद मां आने को बोली तो मै बहाना बना 15 दिन और टाल दिया अब हमारा बच्चा 5 महीने का हो गया दिव्या का पेट भी कम हो गया।

कुछ दिन बाद मां को लेकर आ गया। मां आकर बहुत खुश हुई पोते को देख खूब प्यार करी उसे अथिया को। दिव्या तोड़ी दूर ही रहती थी मां से। अब सब कुछ प्लान के तहत होने लगा। मां निथिया के साथ सोती, मै अकेले और दिव्या अथिया बेटे के साथ। मां बोलती की तू अथिया के साथ सोया कर तो मै बोलता की रात को बच्चा रो कर मेरा नींद खराब करेगा।

मां कभी अपने पोते बहु के साथ सोने को चाहती तो मै कह देता की अथिया से बच्चा नही संभल पाता है दोनो मिलकर संभाल लेती हैं। अब तो गाय का दूध भी पिलाना था तो उतनी दिक्कत नही हुई अथिया को भी। मां को बिल्कुल भी शक नही हो रहा था। एक दिन दोपहर को खाना खा सभी बैठ कर बातें कर रहे थे। मेरा साला भी आया हुआ था। “Bhabhi XXX Kahani”

मां: दिव्या तू जल्दी बच्चा कर लेना।

दिव्या शर्मा गई।

मां: अब बस निथिया की शादी हो जाए तो मेरी सारी टेंशन खत्म।

मै: हां मै भी सोच रहा था जल्द इसकी शादी करा दी जाए।

मां: दिव्या से मै बहुत प्यार करती थी अच्छा किया तुने जो अपने साले से शादी करा दी,ये हमारे नजरों के सामने ही है हमारी बच्ची।

अब बस निथिया दूर हो जाएगी मेरा एक बेटा होता तो मै इसे भी अपने नजरों के सामने रखती।

निथिया:(अचानक बोल पड़ी) हमारे तरफ एक लड़के से दो लड़कियां शादी कर लेती हैं।

हम सभी चौंक गए और हंसने लगे वो शर्मा कर कमरे मे चली गई।

दिव्या: (हंसते हुए) कुछ समझी चाची क्या बोल कर गई।

मै दिव्या को चुप रहने का इशारा करता हूं।

मां: हां, मै तो चाहती हूं मेरी बच्ची मेरे आंखों के सामने ही रहे।

हम सब बहुत खुश थे और खुब मजे कर रहे थे।  पापा ने मां को बुला लिया कुछ महीने बाद। मां चली गई उसे बिल्कुल भी शक नही हुआ 3 महीने मे। अब सबको अलग अलग सोने मे मजा नही आ रहा था सब अकेले सो कर बोर हो गए थे तो एक दिन मेरा साला आया हुआ था तो हमने नीचे के सबसे बडे़ रूम मे एक बेड और डाल दिया।

ठंड का दिन था तो रात मे खाना खा मै और अथिया एक बेड पर सो गए और मेरा साला अपने भांजे और दिव्या के साथ दूसरे बेड पर लेटा था। सभी बातें कर रहे थे खुश थे कि मां को शक नही हुआ। कुछ देर मे निथिया आ गई। “Bhabhi XXX Kahani”

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निथिया: मुझे अकेला छोड़ आप लोग मजे कर रहे हो।

अथिया: आ जाओ तुम भी थोड़ी देर बैठ जाओ।

वो दिव्या के बेड पर चली गई और बच्चे को प्यार करने लगी वो सो गया था।

मै: हम तुम्हारी ही शादी की बात कर रहे थे।

अथिया: मुझे नही करनी शादी वादी।

मै:(हंसते हुए) ये भी यहीं बोली थी, अब देखो कितनी खुश है।

दिव्या: मै शादी के लिए हां बोली थी क्योंकि मुझे अपनो के पास रहना था, कहीं और शादी करवाते तो मै कभी नही करती ।

मै:(हंसते हुए) तो फिर जो शादी के मजे ले रही है वो कभी नही मिलता।

वो तकिया मेरे तरफ फेंकती है।

मै: अच्छा मार मत, निथिया की शादी के टॉपिक पर आते हैं।

निथिया:(अपने भाई को गले लगाते हुए) मै आप सब को छोड़ कर कहीं नही जाऊंगी। आप सब यही रहोगे भाभी भी यहीं रह गई तो मै भी यहीं आपके साथ रहूंगी।

साला: ठीक है मेरी प्यारी बहना तु नही जाना।

दिव्या: (हंसते हुए) कोई नही करेगा तो मै तुझसे कर लुंगी शादी।

निथिया शर्मा गई।

अथिया: हम सब रोज ऐसे ही रहेंगे कितना मजा आ रहा है सब परिवार एक साथ सोने मे।

दिव्या: हां, मजा आ रहा है। नही तो कोई उधर अकेला सो रहा है कोई इधर अकेले सो रही है।

साला: निथिया तु उस बेड पर चली जा इधर दिक्कत होगा।

अथिया: हां तू इधर आ जा।

निथिया हमारे बेड पर हमारे बीच लेट गई। कुछ देर हमने बात की जब रात ज्यादा हो गई तो हम सो गए। 3बजे दिव्या अथिया को उठाती है।

दिव्या: उठो अथिया बच्चे के पास सो जाओ हम थोड़ी देर मे आते हैं।

मेरी और निथिया की भी नींद खुल गई। दिव्या मेरे साले के साथ दुसरे कमरे मे चली गई मै और अथिया बेटे के बेड पर सोने आ गए।

निथिया: कहां गए दोनो।

अथिया: चुप चाप सो जा।

निथिया: आप क्यों चले गए उधर मै इधर अकेले हुं।

मै चुप चाप सोने का नाटक कर सो गया। अब हम ऐसे ही सोते किसी को कुछ करना होता तो वो दूसरे कमरे मे चले जाते। कुछ दिन बाद मेरा साला चला गया। दोस्तों कहानी अभी बाकि है आगे की कहानी पढने के लिए क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पढ़ते रहिये.

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