Desi Teen Virgin Sex – पहली चुदाई कोई भूला नहीं पाता

Desi Teen Virgin Sex – पहली चुदाई कोई भूला नहीं पाता

Desi Teen Virgin Sex

मेरा नाम गोपाल है। मैं हजारीबाग झारखंड का रहने वाला हूं। मैं मूल निवासी बिहार का हूं। मेरा घर पटना बिहार में हैं। मैं 46 साल का हूं। कद काठी से मजबूत एक नंबर का रंडीबाज लड़का हूं। मेरे लंड का साइज 9 इंच है और मोटापा 3 इंच है। मुझे चूत से बढकर दुनियां में और कुछ अच्छा नहीं लगता। Desi Teen Virgin Sex

मैं अब तक 150 से ऊपर लड़कियों और महिलाओं को चोद चूका हूं। मेरी चुदाई के किस्से मशहूर हैं। मैंने नीची क्लास से लेकर ऊपरी क्लास तक की महिलाएं के चूत का रस चखा है। नियामत पूर की रंडियां तक मेरे नाम से वाकिफ हैं। आज मैं बात उस लड़की की करूंगा जिससे मुझे सच्चा प्यार हुआ था और जिसके चूत को मारकर मैंने पहली बार अपने लंड को चूत भोज का सुख दिया था।

तो मैं दोस्तो अब अपनी कहानी पर आता हूं। बात उन दिनों की है जब मेरी उम्र 18 साल की थी और मैं नया-नया जवान हुआ था। हमलोग 3 तीन भाई व एक बहन थे। मेरे पिता की सरकारी नौकरी थी और हमलोग किराये के मकान में रहते थे। हमलोग जिस मकान में रहते थे वो मकान दो मंजिला इमारत थी।

मेरे मकान मालिक की नौकरी मुंबई में थी और वे सपरिवार वहां रहते थे। उनकी दो बेटियां और एक बेटा था। मकान मालिक के साथ हमलोगो का संबंध बहूत ही अच्छा था। हमलोग उनके मकान में पिछले 8 सालों से रह रहे थे। मकान मालिक ऊपर के माले पर रहते थे जब वे गर्मियों के छुट्टियों में आते थे। हमलोग नीचे रहते थे।

लेकिन ऊपर की माले की चाभी हमलोग के पास होती थी ताकि हमलोग उनके कमरे को साफ-सुथरा रख सकें। मकान मालिक की दो बेटियां थी। एक का नाम संजना था दूसरी का नाम रितू। वे हर वर्ष गर्मियों की छुट्टियां में आती थी। उनकी बड़ी बेटी संजना पर मैं फिदा था। उसके साथ मेरी बनती बहूत थी।

मस्त हिंदी सेक्स स्टोरी : अंगुली से रगड़ कर चूत गरम कर दिया

मुझे सिर्फ उसके कारण गर्मी के छुट्टियों का इंतजार होता था। उसके आने से घर का माहौल ही अलग होता था। मैं उसे दिल ही दिल में चाहने लगा था। संजना बेहद खुबसूरत थी। वो भी 18 साल की थी। 18 साल के उम्र में उसका यौवन देखते ही बनता था। गदराया देह, मांसल जिस्म और बेपनाह हुस्न की मल्लिका थी।

जब वो गर्मियों की छुट्टियों में आती थी तो पूरा मोहल्ला गुलजार हो जाता था। मोहल्ले के सारे लौंडो के साथ उनके बाप भी संजना को ताड़ते रहते थे और उसके चूत को मारना चाहते थे। इस बार की गर्मियों में मुझे उसका बेसब्री से इंतजार था। मेरा इंतजार का पूरा हुआ जब वो अपने परिवार के साथ आयी। मैं उसे देख कर बेहद खुश था।

हम दोनो गर्मजोशी से एक दूसरे से मिले। इस बार संजना ज्यादा गदराई नजर आ रही थी। उसके चूचे पिछले बार से काफी बड़े दिख रहे थे। ऐसा लग रहा था जैसे उसे सीने पर किसी ने दो बॉल लगा दिये हों। गाड़ काफी चौड़ी नजर आ रही थी। जैसे उसे किसी ने गांड मार-मार के चौड़ा कर दिया हो।

खुबसूरत तो थी हीं लेकिन शरीर भरने के कारण उसकी खुबसूरती में चार-चांद लग गया था। ऐसा लग रहा था कि किसी ने उसके शरीर के साथ खेल कर उसे उभार दिया है। उसके आने के बाद मैने उसके कमरे व ऊपर की पूरी बिल्ंिडग की साफ-सफाई की। इस दौरान उसने भी मेरा साथ दिया।

गर्मी के दिन थे और हमदोनो के परिवारों में काफी नजदीकी थी। किसी तरह की कोई फिलिंग नहीं थी। रात को डिनर के बाद हम सभी लोग छत पर जाकर सो गये। संजना मेरे बगल में सो गयी। हम सभी भाई बहन और उसके भाई बहन हंसी मजाक करते-करते कब सो गये हमलोगो को पता ही नहीं चला।

सिर्फ मुझे हीं नींद नहीं आ रही थी। सफर की थकान के वजह से उसे गहरी नींद आ गयी थी पर मेरी नींद गायब थी। मैं तो बस उसे निहार रहा था और उसे चोदने का प्लान कर रहा था। उसकी गदराई जिस्म मेरे सामने थी। मुझे किसी तरह से उसे चबा जाना था। मैं 18 साल चल रहा था और अभी तक मेरा सील नहीं टूटा था।

जबकि मेरे दोस्त अब तक कई चूतो का स्वाद चख चूके थे और मैं अभी तक कुंवारा था। मेरा लंड का चमड़ा भी आगे से टाईट था जो सुपाड़े के जड़ से सटा हुआ था। मुझे पता था कि मुझे पहली बार चोदने में काफी दर्द होगा लेकिन मैं इस दर्द को सहन कर जिंदगी का असली मजा लेना चाहता था।

चुदाई की गरम देसी कहानी : वासना में मेरे ब्लाउज पेटीकोट खुलने लगे

रात को करीब दो बज रहे होंगे मैं अपने लंड को सहलाते हुए संजना को निहार रहा था। ऐसे में अचानक बारिश आ गयी। हम सभी उठ खड़े हुए और छत से नीचे बिछावन लेकर नीचे उतरने लगे। मैं और संजना सबसे पीछे थे। सीढी पर उतरते वक्त मेरा हाथ हड़बडी में उसके गांड को छू गया।

मेरे सारे शरीर मे मानों करंट दौड़ गया। काटो तो खून नहीं। मैने बदमाशी वश उसके गांड को पूरे हाथ से सहलाते हुए मसल दिया। वो गुस्से में पीछे मुड़ी और बोली ये क्या कर रहे हो। मैने कहा गलती से हाथ लग गया। उसने कहा कि संभल कर उतरो। हमलोग इतने में उतर गये और मैं बरामदे से सामने अपने कमरे में चला गया।

मेरा मुड खराब था कि संजना ने कैसे मुझे एकदम से डांट दिया। मैं ये सोच ही रहा था कि संजना मेरे कमरे में आ गयी। मैं उसको देखते ही बोला कि गलती से हाथ लग गयी थी। अब ऐसा नहीं होगा। उसने कहा कि कोई बात नहीं लेकिन मम्मी-पापा गहरी नींद में सोए हुए हैं। मुझे उनको उठाना ठीक नहीं लगा।

मैं यहां सो सकती हूं। मैने कहा कि क्यो नहीं आओ तुम मेरे बगल में सो जाओ। दोस्तो अंधे को क्या चाहिए दो आंखे। मुझे आज बिन मांगी मुराद मिल गयी थी। मैं जाकर तुरंत अपने कमरे की कुंडी को लॉक किया और उसे बेड पर सुला दिया। उसके सामने मैंने अपना जांघियां खोल दिया और संपुर्ण रूप से नंगा हो गया।

ये देखकर वो बोली ये क्या कर रहे हो तो मैने कहा कि मैं कमरे में ऐसे ही सोता हूं। तुम्हे अगर परेशानी है तो तुम जा सकती हो। उसने कुछ नहीं कहा। रूम कि लाइट जली हुई थी। वो मेरे तरफ देखी जा रही थी। मैं अपने कमरे में नारियल की तेल रखी हुई थी। उसे अपने हथेलियों पर लेकर अपने लंड पर सोटने लगा। मेरा लंड तनकर खड़ा हो गया था।

वो मुझे देखे जा रही थी। मेरे मोटे भारी भरकम लंड को देखकर उसने कहा कि तेल लगाने के बाद कितना बड़ा हो गया है। क्या मैं इसे छू सकती हूं। मैने कहा क्यो नहीं तुम्हारा जो जी चाहे करो मुझे कोई दिक्कत नहीं। वो इतना सुनकर उठ खड़ी हुई और मेरे 9 इंच के लौंड़े को पकड़कर उसे ऊपर नीचे करने लगी।

उसके हाथ लगते ही मेरे शरीर में पूरा कंपन होने लगा। मेरा लंड एक सरिये के भाति टाइट और कठोर हो गया था। संजना उसे कभी ऊपर नीचे करती तो कभी अपने हाथों से कस के दबा देती। वो मेरे लंड से खिलौने की तरह खेल रही थी। लंड को दबाते-दबाते अचानक उसने सुपारे को ऊपर किया और अपने होठो से लगाते हुए चूम लिया। “Desi Teen Virgin Sex”

ऐसा लग रहा था जैसे वो नशे में हो। चुम्मी लेते लेते उसने लंड को मुंह के अंदर डालकर उसे चुसना शुरू कर दिया। ये कैसा अनुभव था वो मैं यहां बयां नहीं कर सकता। मैं सातवें आसमान पर था। इतना मजा मुझे कभी नहीं आया था। वो मेरे लंड को जोर-जोर से चुसने लगी।

मुझे देखते हुए बोली नपुंसक हो क्या। बस मैं ही सब करूं तुमसे कुछ नहीं होगा। देख क्या रहे हो लूट लो मेरी जिस्म को। ऐसा चोदो कि मैं चल नहीं पाऊं। मैं अब पागल हो रहा था। इतना सूनते ही मैं उसे उठाकर बेड पर फेंक दिया। उसके कपड़े उतार कर मैं उसके ऊपर चढ गया। मुझपर भूत सवार था।

मैंने बहूत जोरों से उसके दोनों चुचियों को दबा दिया। उसके मुख से चीख निकल गयी। मैंने चूचों को छूकर महसूस किया कि वो रुई की तरह एकदम मुलायम थे। बहुत गोरे बिल्कुल गोल जिनकी निप्पल अब तनकर ऊपर उठ चुकी थी। इधर मैं अपने दूसरे हाथ से उसकी चूत को भी सहला रहा था, वो एकदम लाल हो चुकी थी।

मस्तराम की गन्दी चुदाई की कहानी : अन्तर्वासना बुर चुदवाने को चाची ने चालबाज़ी की मुंबई टूर पर

फिर मैंने ज्यादा देर ना करते हुए उसके बूब्स को अपने मुंह में लेकर चूसने लगा और मुझे ऐसा करने में बड़ा मजा और उसको बहुत जोश आ रहा था। वो अब तक बहुत ज्यादा गरम हो चुकी थी और तभी कुछ देर बाद मैंने महसूस किया कि उसके चूत से रस की धार बह रही थी। वो पागलों की तरह मुझे जकड़े जा रही थी।

उसे इस तरह देखकर मैंने उससे पूछा क्या इससे पहले भी कभी तुमने किसी के साथ सेक्स किया है? तो उसने कहा कि नहीं लेकिन आज चूदना चाहती हूं। मैं तुमसे प्यार करती हूं। मेरी हमेशा से यही कामना थी कि जब भी मेरी सील टूटे वो तेरे लंड से ही टूटे। आज इसका उद्घाटन कर दो।

इतना सूनते ही मैं उसके चूत को फैला कर देखने लगा। उसकी चूत को देखकर एकदम हैरान रह गया, क्योंकि वो एकदम चिकनी, उभरी हुई, कामुक, बड़ी आकर्षक, लाल रंग की थी और उस पर बाल भी नहीं थे। मैं तुरंत नीचे झुककर पागलों की तरह उसकी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा।

जिसकी वजह से वो तो पागल हो गई और अपने मुंह से अजीब अजीब सी आवाजे निकलने लगी, श्ईईईईई उफफफफफ्फ और वो मुझसे कहने लगी कि प्लीज अब तुम कुछ करो, आह्ह्ह्ह में अब वरना मर ही जाऊंगी। अब में उसकी बैचेनी को देखकर अपना 9 इंच लंबा लंड उसके मुंह में डालने की कोशिश करने लगा। “Desi Teen Virgin Sex”

उसने मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया और वो उसको चूसने लगी, जिसकी वजह से में करीब पांच मिनट में झड़ गया और मैंने अपना सारा वीर्य उसको पिला दिया। मैंने नारियल की तेल अपने लंड और उसकी चूत पर लगा दिया और तब मैंने छूकर महसूस किया कि उसकी चूत बहुत टाईट थ।

मैं मन ही मन सोचने लगा कि मेरा लंड उसकी चूत के अंदर बड़ी मुश्किल बहुत मेहनत से जाएगा। ज्यादा जोर लगाने से वो चीखने चिल्लाने भी लगेगी, इसलिए मैंने उसके मुंह पर कपड़ा बांधना चाहा, जिसकी वजह से उसकी आवाज अंदर ही दबी रह जाए, लेकिन उसने मना कर दिया।

मैंने कहा कि तुम दर्द की वजह से चीखने चिल्लाने लगोगी तो हमारे लिए परेशानी खड़ी हो जाएगी। फिर उसने कहा कि नहीं में उस दर्द को बर्दाश्त कर लूंगी। तुम मेरी तरफ से कोई भी चिंता मत करो, लेकिन थोड़ा धीरे धीरे करना और मेरे कहने पर रुक जाना। मैंने कहा कि हां फिर तो ठीक है, तुम जैसे कहोगी में ठीक वैसे ही करूंगा।

मैंने एक तकिया लेकर उसकी कमर के नीचे रख दिया, जिसकी वजह से उसकी चूत कुछ ऊपर उठ गई और वो उठने की वजह से कुछ खुल भी गई और वो दिखने में बड़ी सुंदर उसकी चूत का दाना एक दम लाल मुझे अपनी चुदाई के लिए ललचा रहा था।

मैंने पागल होकर अपना लंड उसकी चिकनी चूत के मुहं पर रख दिया और मैं अपने लंड को धीरे धीरे उसकी गीली चूत के अंदर करने लगा। जिसकी वजह से उसको दर्द होने लगा और वो उस दर्द से तड़प रही थी। लेकिन वो अपने मुंह से आवाज नहीं निकाल रही थी। फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत में तीन इंच अंदर कर दिया और में रुक गया। “Desi Teen Virgin Sex”

वो भी थोड़ा सा शांत हो गई और में कुछ देर बाद धीरे धीरे अपने लंड को उसकी चूत में अंदर बाहर करने लगा। मैंने महसूस किया कि अब उसको भी मजा आने लगा था। कुछ देर बाद मैंने थोड़ा सा जोर लगाया, लेकिन मेरा लंड सिर्फ एक इंच ही उसकी चूत के अंदर जा सका और वो दर्द से तड़प रही थी।

अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरीज : भाभी बड़े चाव से लंड चूसने लगी

मैंने उसके होंठो को चूसते हुए एक जोरदार धक्का मार दिया, जिसकी वजह से मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में चला गया और अब मैंने देखा कि उसकी चूत से खून भी बाहर निकलने लगा, जिसकी वजह से वो एकदम घबरा गई और उसने रोना शुरू कर दिया।

फिर मैंने धक्के देना बंद करके उसको समझाया कि हर पहली चुदाई में ऐसा ही होता है और इसमें डरने या चिंता की कोई भी बात नहीं है। मेरी भी पहली चूदाई है देखो मेरे लंड के चमड़े से भी खून आ रहा है। फिर उसने कहा कि हां ठीक है, लेकिन मुझे अब दर्द बहुत ज्यादा हो रहा है और में इस दर्द का क्या करूं?

मैंने उससे कहा कि यह अभी कुछ देर बाद धीरे धीरे खत्म हो जाएगा। उसके बाद मैंने धीरे धीरे अपने लंड को हिलाना शुरू किया, अब वो थोड़ा शांत थी और मेरे साथ मजे भी कर रही थी। अब वो मेरा साथ भी दे रही और में उसको किस और उसके बूब्स को सहलाता हुआ उसकी चुदाई धीरे धीरे धक्के देकर कर रहा था।

उसका बूर धीरे-धीरे गीला हो रहा था। मैंने अपने धक्को की स्पीड को बढ़ा दिया और में उसको लगातार चोदता रहा। अब पूरे कमरे में अजीब सी पच पच फच की आवाजे आ रही थी। फिर मैंने करीब 23 मिनट तक उसको चोदा और अब में भी झड़ने के करीब था, इसलिए मैंने उसको बताया कि में अब झड़ने वाला हूं।

इसलिए मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला और अपना पूरा वीर्य उसकी चूत के मुहं पर निकाल दिया। मैं उसको चूमने लगा। तब मैंने देखा कि वो आज बहुत खुश थी और हम ऐसे ही लेटे रहे। उसके बाद हम दोनों उठकर साथ में ही बाथरूम में चले गए। बाथरूम से लौटे तो में एक बार फिर से उसकी चुदाई करने के लिए तैयार था। “Desi Teen Virgin Sex”

मै उसको अपनी गोद में उठाकर सीधा बेडरूम में लेकर आ गया और में उसको चूमने सहलाने लगा। दोस्तों अब मेरा निशाना उसकी गांड थी, इसलिए मैं उसको जोश में लाने के लिए एक बार फिर से किस करने लगा। उसके बूब्स को सहलाने लगा और वो कुछ ही देर में दोबारा से बहुत गरम हो गई।

अब मैंने उसको घोड़ी की तरह किया और मैं अपने लंड को उसकी गांड पर घिसने लगा। फिर वो घबराकर मुझसे पूछने लगी कि तुम यह क्या कर रहे हो? तो मैंने उससे कहा कि में अब तुम्हारी गांड मारना चाहता हूं। तो वो मेरी यह बात को सुनकर घबरा गई और मुझसे ऐसा करने के लिए साफ मना करने लगी।

वो कहने लगी कि नहीं मुझे बहुत दर्द होगा और में ऐसा नहीं कर सकती, तुम उस जगह पर रहने दो। फिर मैंने उससे कहा कि तुम्हें थोड़ा सा दर्द जरुर होगा, लेकिन उसके बाद पहले की तरह वो भी धीरे धीरे कम होता जाएगा। फिर मैंने उसको समझाकर अपना लंड उसकी गांड के मुंह पर रख दिया और हल्का सा धक्का मारा।

वो दर्द की वजह से चीख पड़ी। तभी मैंने उसके मुंह पर अपना एक हाथ रख दिया और मैंने एक जोरदार धक्का मारा। जिसकी वजह से मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी गांड में जा चुका था। लेकिन वो अब बच्चों की तरह जोर जोर से रो रही थी, वो आईईईईइ में मर गई प्लीज अब इसको तुम बाहर निकाल लो।

मुझे नहीं करना तुम्हारे साथ यह काम उफ्फ्फ्फफ्फ्फ आह्ह्ह्हह्ह मुझे बहुत दर्द हो रहा है। लेकिन तुम सुनते क्यों नहीं हो, ऊउईईईईइ मां मैं मर जाउंगी बाहर करो ना इसको। दोस्तों मैंने उसकी कोई भी बात नहीं सुनी और मैंने बिना धक्के दिए उसको चुप करवाया समझाया। लेकिन वो मुझसे अब बहुत नाराज थी। “Desi Teen Virgin Sex”

फिर कुछ देर बाद में दोबारा अपने लंड को उसकी गांड में आगे पीछे करने लगा और अब उसको भी थोड़ा सा मजा आने लगा था। इसलिए उसने मुझसे कहा कि थोड़ा सा तेज करो और मैंने उसके कहने पर अपनी स्पीड को पहले से थोड़ा ज्यादा बढ़ा दिया और मैंने उसकी गांड को करीब दस मिनट तक लगातार धक्के देकर चोदा और इस बीच में एक बार झड़ गया था।

कामुकता हिंदी सेक्स स्टोरी : स्लीपर बस में भाई बहन गरम हो गए

मैं उसके ऊपर ही लेट गया। चादर खराब हो गयी थी और संजना की हालत तो बहुत खराब थी। उसे पानी पिलाया और आराम करने को कहा। फिर भी बहुत दर्द था सुबह के 4 बजे संजना को तोड़ा आराम मिला तो उसे अपने कांधे का सहारा देकर उसके कमरे तक छोड़ कर आया। अपने बेड का चादर हटाया कमरे के खून के धब्बे सॉफ किए और लेट गया।

सुबह उठा तो संजना को दोपहर तक नही देखा तो उसके मम्मी से पूछा संजना कहां है। उसकी मम्मी ने बताया कि संजना को काफी बुखार है। मौसम बदलने के कारण शायद ऐसा हो गया है। मैने दावा लाकर दी है। मैं समझ गया रात की चुदाई ने संजना को हिलाकर रख दिया है।

संजना का बुर और गांड पहली चुदाई में ही मैंने फाड़ के रख दी थी। पहला प्यार और पहला चुदाई का अनुभव कोई भी इंसान भूल नहीं पाता। आज संजना और मेरी शादी अलग-अलग जगहो पर हो चूकी है। हमदोनो अपनी-अपनी जिंदगी में खुश हैं। हमलोग अभी भी संपर्क में हैं और समय निकालकर एक दूसरे के साथ चुदाई का मजा ले लेते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *