Indian Ghar Me Sex – दीदी और मौसेरी बहन दोनों को लंड चाहिए 4

Indian Ghar Me Sex – दीदी और मौसेरी बहन दोनों को लंड चाहिए 4

Indian Ghar Me Sex

हाय दोस्तो मैं रियाज अभी तक आप लोगो ने मेरी कहानी के पिछले भाग दीदी और मौसेरी बहन दोनों को लंड चाहिए 3 पढ़ा की शाजिया दीदी शर्म सेअपनी चेहरा छुपा लि अब आगे अब मेरे सामने शाजिया दीदी की पूरा नंगा बदन था… और सच कहूँ, उसकी कसावट को मैने महसूस किया तो मानो वो एक सेक्स की देवी लग रही थी. Indian Ghar Me Sex

जैसे -2 शाजिया दीदी की शरीर के नीचे जा रहा था, वो फेलता जा रहा था, ख़ासकर उसके कूल्हे वाला हिस्सा… उसकी कमर एकदम लचक लिए हुए थी… और मेरी नज़र जब उसकी चूत पर गयी तो मैं हैरान रह गया… वो एकदम सफाचट थी… और सॉफ पता चल रहा था कि वो उसे अभी सॉफ करके आई है…

यानी मेरी बात को शाजिया दीदी सुन लि थीं और काफ़ी सीरियस्ली लिया था जब मैने नगमा से सिनिमा हॉल मे कहा था कि मैं आज रात उसकी चूत को चूसूंगा ओर मलाई खाऊंगा अब मेरा मुँह सूखा जा रहा था… मैने अपना चेहरा दीदी की चूत के उपर किया और एक गहरी साँस ली… उसमे से भीनी -2 खुश्बू आ रही थी, मुझसे और बर्दाश्त करना मुश्किल हो गया और मैने अपने प्यासे होंठ उसकी गर्म चूत पर चिपका दिए..

साजिया दीदी तड़प उठी और ज़ोर से चीखी भी…अहह…. उम्म्म्म…. रियाज उई अम्मी एसस्स्स्स्स्सस्स…….” दीदी के हाथ अपने आप अपने चेहरे से हट गये और दीदी मेरे बालो को पकड़ कर अपनी चूत पर किसी मूली की तरह घिसना शुरू कर दिया… मैने भी अपनी कड़क जीभ निकाली और शाजिया दीदी की चूत की दरार से रिस रहे पानी को निगलना शुरू कर दिया.

ओह माइ गॉड…. एसस्स्सस्स….. बहुत मज़ा आ रहा है…. अहह… ऐसे ही चाटो अंदर तक… घुसाओ…. जीभ को…. अहह..” शाजिया दीदी मस्ती मे भरकर मुझे ये सब बोल रही थी… और शायद इस वक़्त वो ये बात भी भूल चुकी थी कि नगमा उसी की बगल मे लेटा हुआ ये सब सुन रही है… पर शाजिया दीदी को अब इन बातो से कोई फ़र्क नही पड़ रहा था….

ये वो हमाम था जिसमे अब सब नंगे हो गए थे लेकिन मैं दीदी की चूत की छोटी गुलाबी होंठ चूसने ओर हल्के हल्के काटने लगा तभी दीदी अपनी जवानी के जलवे दिखाती हुई… इतराती हुई वो पलंग पर खड़ी हो गयी… और अपनी दोनों टांगे मेरे सिर के दोनो तरफ फेला कर खड़ी हो गयी. शाजिया दीदी की चूत से निकल रहे रस की एक बूँद सीधा आकर मेरे मुँह मे आ गिरी…

और उसके स्वाद को महसूस करके मै पागल सा हो गया और मैंने शाजिया दीदी के कुल्हो को पकड़ कर नीचे खींच लिया और उसे अपने मुँह पर बिठा कर उसकी चूत मे जीभ घुसा दी…साजिया दी भी मेरे बालों को पकड़ कर अपनी चूत को मेरे मुँह पर रगड़ने लगी.. अपनी चूत का रस मुझे पिलाने लगीं कुछ ही देर मे दोनो भाई बहनो की मेहनत रंग लाई….

मेरे होंठों और जीभ के कमाल के सामने शाजिया दीदी ज़्यादा देर तक टिक नही पाई और वो किल्किलाती हुई झड़ने लगी.. आआअहह …. उम्म्म्म…. फकककककककककक…. मैं तो गयी रे…….. मैं तो गयी….”हे आल्हा ही अम्मी करती रहि और दीदी की कुँवारी चूत से निकले पहले झरने का स्वाद मैने उसपर मुँह लगाकर लिया….. और तब तक लगाए रखा जब तक वो झरना सूख नही गया…

मुझे ऐसा लगा जैसे मैने पेट भरकर नारियल पानी पिया है.. फिर शाजिया दीदी लरखरातीहुईं बेड पर लेट गई और हाँफती हुई सी वो साइड मे लुढ़क कर गहरी साँसे लेने लगी…कमाल की बात ये थी कि पूरा समय मैं कपड़े पहने ये सब करते रहे और शाजिया दीदी पूरी तरह नंगी होकर… पर अब नंगा होने का समय हमारा था…

मेरे लंड तंबू बनाकर अपनी हालत को बयान कर रहे थे… अब शाजिया दीदी हमे उसी अंदाज मे सॅटिस्फाइ करना चाहती थी जैसे हमने उन्हे किया था. शाजिया दीदी ने आनन-फानन मे मेरे कपड़े उतार फेंके और पुरी तरह नंगे कर दिया अब शाजिया दीदी की नज़रें मेरे लंड पर घूम रही थी, वो शायद मेरे लंड का साइज़ पाता कर रही थ या कोशिश कर रही थी.

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पर शाजिया दीदी ने सिनिमा हॉल मे, देखी थी लेकिन अब पुरा नंगा लंड ऐसी उम्र मे कड़क लंड ही निकलते है लोंडो की पेंट मे से. शाजिया दीदी की तरह नगमा बहन ने भी मेरे लंड को जी भरकर देखा, उसके मुँह मे पानी आ रहा था, उसने तिरछी नज़र करके मेरे लंड को देखी और ठीक उसी वक़्त मेरा नज़र भी चोरी चुपके नगमा के नन्हे बूब्स को ताक रही थी. “Indian Ghar Me Sex”

तभी शाजिया दीदी और मेरी नज़रें एक दूसरे से टकराई और मेरी चोरी पकड़े जाने के बाद मैने सकपका कर अपने शाजिया दीदी की तरफ ध्यान लगाकर खड़े हो गये. खैर, इस व्क़्त तो मुझे भी नगमा बहन से ज़्यादा शाजिया दीदी मे इंटेरेस्ट था, दीदी जैसे ही मेरे लंड पर अपने कोमल हाथ लगाए मैं रोमांच और खुशी से चिल्ला सा पड़ा. आआहह उम्म्म्मममम” और लगभग यही आवाज़ दीदी की तरफ से भी आई.

शाजिया दीदी ने मेरे लंड को अपनी मुट्ठी मे क़ैद करके मसलना शुरू कर दिया था, मेरे दोनो जाँघो को अपनी बाहों के नीचे दबा कर वो मेरे लंड की अच्छे से मालिश कर रही थी. थोड़ी देर तो मेरे लंड को अच्छे से मसला और फिर मैने दीदी की चेहरे को पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया और अपने चेहरे के करीब लाकर मैने शाजिया दीदी की होंठों को चूम लिया.

दीदी की होंठ इस वक़्त बिल्कुल नर्म पड़ चुके थे, उनमे से भारी मात्रा मे शहद निकल कर मेरे मुँह मे जाने लगा, दीदी की हाथ अभी भी मेरे लंड पर ही था, वो उसे मसालती रही और मेरे हाथ उसके बूब्स पर आकर उन्हे मसल्ने लगे. धीरे-2 मैने किस तोड़ी और उसे नीचे खिसकाना शुरू कर दिया, उसके चेहरे की मुस्कान बता रही थी कि वो मेरी बात समझ गयी है.

वो भी अपने लरजते हुए होंठों को फड़काती हुई धीरे-2 नीचे तक गयी और मेरे लंड पर आकर उसका चेहरा जम सा गया. दीदी एक नज़र मेरी तरफ देखीऔर फिर लंड को परखने लगी. ये दीदी की लाइफ का पहला लंड था जो वो इतने करीब से और पुरा नंगा देख रही थी, सिनिमा हॉल मे हालाँकि वो इसे चूस चुकी थी, पर अच्छे से देख नही पाई थी.

दीदी ने अपनी जीभ निकाली और लंड के टोपे पर लगी बूँद को चूस लिया, स्वाद तो उसे पहले ही पता था, ऐसा नशा चढ़ा उसे वो बूँद चाटकर कि उसने एक ही बार मे उसे पूरा अंदर लेकर बुरी तरह से चूसना शुरू कर दिया, जैसे कोई भूतनी चढ़ गयी हो उसमे, मेरे टटटे सहलाती हुई वो मेरे लंड को बाँसुरी की तरह बजाने मे लगी थी.

उसके बूब्स पर लगे निप्पल्स मेरी जाँघो पर चुभ रहे थे, जो मेरे अंदर एक अलग ही तरह का सेन्सीशन पैदा कर रहे थे. मेरी आँखे बंद होती चली गयी और मैं आनंद सागर मे गोते लगाने लगा., शाजिया दीदी तो अच्छी लंड चुसनी थी, मेरे बॉल्स को चूसा, फिर लंड को कुतरा और फिर गान्ड मे उंगली भी करी, ये सब बहुत होते है एक आदमी को ऑर्गॅज़म के करीब लाने के लिए. “Indian Ghar Me Sex”

शाजिया दीदी मेरी बॉल्स को मुँह मे भर लिया, उसके बाद तो वो उन्हे छोड़ने के लिए राज़ी ही नही हुई, मेरे लंड को पूरा चूस्ते हुए वो बॉल्स तक ज़ाती और उन्हे मुँह मे भरकर चूस्ति और फिर से उपर आकर मेरे लंड को. ऐसा करते-2 मैं भी अपने ऑर्गॅज़म के करीब पहुँच गया.

ये वो पल था जब मैं अपने लंड से निकलने वाले रस को रोकना भी चाहता था और निकालना भी, एक ही पल मे अपने लंड के अंदर की सारी गर्मी मैने निकालनी शुरू कर दी, और एक के बाद एक बहुत सारा सफेद बौछार मैने दीदी की फूल से चेहरे पर दाग दी.”आआअहह शाजिया दीदी साली कुतिया अहह लंड चुसनी मैने नगमा के सामने ही शाजिया दीदी को कुतिया बोलकर अपना पानी पिलाना शुरू कर दिया.

और दीदी भी एक कुतिया की तरह , मेरे लंड से निकले सफेद पानी की एक-2 बूँद अंदर लेकर पीनी शुरू कर दी, ये मेरे लंड का पानी दीदी के लिए एक नशे जैसा बन चुका था, जो दीदी को उत्तेजना के ऐसे शिखर पर ले जाता था जहाँ से पूरी दुनिया बहुत खूबसूरत लगती थी. मेरे लंड को अच्छी तरह से चूस्कर दीदी मेरे सीने पर आकर लेट गयी और गहरी साँसे लेते हुए वो नगमा को देखने लगी.

अब नगमा भी अपने ऑर्गॅज़म के करीब थीं, साजिया दी बड़ी कुशलता से मेरे लंड को चूस के वीर्य निकाली थीं, सायेद नगमा भी उसे देख कर कुछ नया सीखने की कोशिश कर रही थी इसी बीच शाजिया दीदी को एहसास हो गया कि नगमा रियाज को देख रही है, और मैने भी अपना चेहरा उसी की तरफ कर दिया.

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दोनो एक दूसरे को ऐसे देखने लगे जैसे कोई लवर देखते है, और इस बार नगमा बहन अपनी चेहरा भी नही घुमाई, बस मुझे घूरते हुए एक दूसरे की आँखो मे. देख रहे थे और मैं ये बात टाल ठोक कर कह सकता था कि मेरा लंड तो शाजिया दी चूसी थी लेकिन अभि ख्वाबों में मेरा लंड नगमा चूस रही थी. “Indian Ghar Me Sex”

और कुछ ही देर मे नगमा को भाभिस्वानी दिखा हम दोनों भाई बहेन के बीच कुछ ज्यादा होने वाला है और वो भी बहुत जल्द. कुछ देर मे पर ये रात कुछ और लंबी होने वाली थी, और कुछ ऐसा होने वाला था जिसके बारे मे मैने सपने मे भी नही सोचा था. रात को करीब 2 बज चुके थे साजिया दी मेरे कंधे पर सिर रखकर गहरी नींद मे सो रही थी.

धिरे से मैने साजिया दीदी को साइड किया और अपनी टी शर्ट पहनी और उठकर नीचे चल दिया, पानी पीने. और फिर एक पानी की बॉटल लेकर मैं उपर आ गया. फिर मुझे इक्षा हुई कि थोड़ी देर खुली हवा मे टहला जाए. इसलिए अपने रूम मे जाने के बजाए मैं उपर की तरफ चल दिया और छत का दरवाजा खोलकर अपनी बाल्कनी मे आ गया.

सच मे काफ़ी अच्छी हवा चल रही थी.चाँद भी पूरा निकला हुआ था, जिसकी चाँदनी से ऐसा लग रहा था जैसे कोई बड़ा सा बल्ब जलाया हुआ है आसमान मे मैं बाल्कनी मे खड़ा होकर नीचे देखने लगा, और आज रात हुई घटना के बारे मे सोच-सोचकर मुस्कुराने लगा, तभी मुझे किसी ने पीछे से आकर पकड़ लिया और वो कोई और नही बल्कि नगमा थी.

नगमा : “भाई जान मुझे लगा कि तुम थोड़ी देर मे आ जाओगे फिर उपर का दरवाजा खुलने की आवाज़ आई तो मैं समझ गयी कि तुम उपर आ गये हो यहाँ खड़े होकर क्या सोच रहे हो. मैं मुस्कुरा दिया और मुड़कर उनकी तरफ मुँह कर लिया.

और बोला : नगमा बहन मेरी जान मैं तो बस ठंडी हवा खाने आ गया था और सोच रहा था वो सब जो आज मेरी सगी बहन साजिया दीदी के साथ हुआ वो हमारे बीच हुआ होता अगर आप नहीं रोकी होती नगमा भी मेरी बात सुनकर मुस्कुरा दी और बोली : “अपने रिश्ते को खोलने के चक्कर मे मैने शायद कुछ ज़्यादा ही पंगा ले लिया और शाजिया दीदी भी ग्रूप मे शामिल हो गईं तुम्हे बुरा तो नही लगा ना ?”

मैने मुँह बनाकर कहा : “बुरा क्यो नही लगेगा, मेरी बहन को मेरे ही साथ वो सब कुछ करने मे मुझे बुरा लगा लेकिन कया करे होनी लिखा था मैने ये बात कुछ सोच समझकर ही बोली थी ताकि नगमा को लग सके कि मैं सिर्फ़ शाजिया दीदी के हुस्न के पीछे नही भाग रहा और वैसे भी, नगमा ने तो हफ्ते बाद चले ही जाना था, बाद मे तो शाजिया दी के साथ ही रहना था मुझे. “Indian Ghar Me Sex”

नगमा : “ओले मेला बैबी इतने पोज़ेसिव हो मेरे बारे मे तुम आइ लव यू फॉर दिस ” मेरे भाई जान इतना कहते हुए उन्होने अपनी बाहे मेरे गले मे डाली और मुझे ज़ोर से स्मूच कर लिया, कब से मैं उनकी इस किस के लिए तरस रहा था ठंडी हवा और गर्म होंठों का मिलन बड़ा ही सेक्सी लग रहा था इस वक़्त.

मैने भी उनके नितंबो को पकड़कर उन्हे अपने लंड से घिसते हुए उन्हे चूसना शुरू कर दिया सिंपल सी स्मूच कुछ ही देर मे ख़ूँख़ार होती चली गयी मेरी तरफ से कम पर नगमा की तरफ से ज़्यादा वो तो मेरे गालो को, गले पर छाती पर, हर जगह बुरी तरह से चूम रही थी जैसे आज के बाद कभी मिलूँगा ही नही उनसे मेरे लंड को भी शॉर्ट्स के उपर से ही बुरी तरह से मसल रही थी वो.

कुछ घंटे पहले शाजिया दीदी ने उसे बड़ी बेदर्दी से चूस्कर उसका सारा जूस निकाल कर पी लिया था पर नगमा बहन का हाथ लगते ही ऐसा लगने लगा जैसे वो काई महीनो से झडा ही नही था, मैने भी नगमा की टी शर्ट को उपर किया और उनके बिना ब्रा के बूब्स को चूसने लगा उन्होने खुद ही उसे निकाल कर फेंक दिया, और नीचे की शॉर्ट्स भी उतार दी नगमा की फुर्ती देख कर मैं भी हैरान था कुछ ही पॅलो मे वो मेरे सामने जन्मजात नंगी होकर खड़ी थी.

मैं भागकर बाल्कनी का दरवाजा अंदर से बंद कर आया, कि कही कोई उपर ना आ जाए, मेरे कपड़ो को भी उन्होने जल्दी से उतारना शुरू कर दिया मुझे तो समझ ही नही आ रहा था कि वो चाहती क्या है इस छत पर जो काम हो सकता था वो तो बिना कपड़े उतारे भी कर सकती थी वो, लेकिन शाजिया दीदी और मेरा लन्ड और चूत चुसाई देख के नगमा पुरी तरह जोस से भरी पड़ी थी.

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एक बार पूरे नंगे होकर जब हम दोनो एक दूसरे के गले से मिले तो ऐसा एहसास हुआ जैसे हम किसी और ही दुनिया मे पहुँच गये है वो अपने जिस्म को मेरे बदन से बुरी तरह रगड़ रही थी मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था मैने उसे धक्का देकर नीचे बिठाना चाहा ताकि वो उसे चूस सके, पर उसने मेरी आँखो मे देखते हुए मुझे चूम लिया. “Indian Ghar Me Sex”

और मेरे कान के पास आकर फुसफुसाई : “आज मुझे वो करना है ” जो अभी तक शाजिया दीदी नहीं कि हो मेरे तो रोंगटे खड़े हो गये ये सुनकर मैं : “क क क्या?” उसके चेहरे से वासना टपक रही थी मेरे गालो को वो अपनी लंबी जीभ से किसी नागिन की तरह चाटने लगी मेरे कानो को मुँह मे लेकर उन्हे ज़ोर-2 से चुभलाने लगी.

और एक बार फिर से बोली : “उम्म्म्ममम , भाई जान आइ वॉंट यू टुडे कंप्लीट्ली ”मुझे अभी मेरी चूत कि सील तोड़ दो मुझे शाजिया दीदी से पहले अपनी चूत खुलवानी है नगमा बहन के मुंह से ये सब सुन कर मेरे अंदर तक एक सिहरन सी दौड़ गयी मेरी खुद की मोसी की लड़की मुझसे चुदने के लिए बोल रही थी.

और वो भी इस तरह से खुली छत पर अपने ही घर की इस छत पर ना जाने हम भाई बहन कितना खेला करते थे आज वही पर नगमा मुझसे चुदना चाहती है मेरा बुरा हाल हो रहा था, मैं सोच नही पा रहा था कि ये करना चाहिए या नही. वो मेरे खड़े लंड को अपनी चूत पर रगड़ते हुए बोली : “आआहह भाई जान डाल दे ना इसे मेरी चूत मे अब और सब्र नही हो पाएगा.

साजिया दीदी को इस गेम मे शामिल करने के बाद पता नही कब दीदी तुम्हारे साथ ये सब कर बैठे और मैं अपनी लाइफ मे पहली बार तुम्हारे साथ करना चाहती हूँ भाई जान फकक्क्क्क्क मिईीईईईईई डाल दे अपना ये लंड मेरी चूत मे भाई घुसा दे इसे मेरे अंदर ” उसका कहने का स्टाइल इतना सेक्सी था कि मैं भी उसी रंग मे रंगता चला गया और नगमा दी को पकड़ कर ज़ोर-2 से मसल्ने लगा. “Indian Ghar Me Sex”

उनके मम्मों को चूस्ता हुआ उनकी गान्ड को मसलता हुआ मैं भी बड़बड़ाने लगा आआहह नगमा सही कहा मुझे भी पहली बार तुम्हारे साथ ही करना था आइ लव यू नगमा आइ लव यू. मेरा लंड तो कब से तुम्हारी चूत मे जाने के लिए तड़प रहा है आज इसकी प्यास बुझा कर रहूँगा ” इतना कहते हुए मैने अपनी शक्तिशाली बाजुओ का प्रयोग करते हुए नगमा दी को अपनी गोद मे उठा लिया और उनकी सिसक रही चूत को अपने लंड पर लाकर लगा दिया.

ये वो पल था जब पूरी कयनात रुक सी गयी थी खुली छत पर, चाँद की रोशनी मे, मेरी मोसेरी बहन मेरी गोद मे थी और उसने अपनी दोनो टांगे मेरी कमर पर बाँध ली और अपने पंजे बाल्कनी की रेलिंग मे फँसा लिए मेरे गले मे बाहे फँसाकर वो थोड़ी उपर हुई और अपनी चूत को सही से मेरे लंड पर अड्जस्ट कर दि नगमा की चूत से निकल रही गर्म भाप मुझे मेरे लंड के उपर महसूस हो रही थी.

मुझे पता था कि उनकी कुँवारी चूत मे जाकर मेरा लंड झुलस जाएगा, पर ये वो मोड़ था जहाँ से वापिस मुड़ना अब हम दोनो के लिए मुश्किल था उन्होने धीरे-2 अपना भार मेरे लंड पर छोड़ना शुरू कर दिया, और मेरे लंड के सुपाडे ने उनकी गीली चूत मे रास्ता बनाते हुए अंदर घुसना शुरू कर दिया, नगमा बहन की चेहरा ठीक मेरे सामने था, उनका मुँह खुला हुआ था, होंठ गीले थे और लरज रहे थे जैसे-2 लंड अंदर जा रहा था, टाइटनेस बढ़ती जा रही थी, और उसके चेहरे के एक्सप्रेशन भी.

”आहह भाऐईईईईइ उम्म्म्मममम दर्द हो रहा है ” अब निकाल ले मैं मर जाऊंगी चिलाने लगी मै तुरंत नगमा बहन को गालियां देते हुए साली उछल पड़ी लंड पर और अब मर रही हैं मैं साली रण्डी रंडी की बेटी सारा मजा खराब कर दी नगमा बहन और चिलाने लगी और मुंह से बाहर जीभ निकल गई नगमा बहन बेहोश सा होने लगी मुझे भी लग रहा था कि उसे काफ़ी दर्द हो रहा है. “Indian Ghar Me Sex”

मैने लंड निकालना चाहा तो नगमा बहन धीरे से बोली नही भाई जान अब मत निकालो नही तो कभी नहीं चुदवा पाऊंगी चाहे मैं मर जाऊंगी लेकिन तुम अपना काम करते रहना मै आधा लंड बाहर निकाल लिया था पर नगमा ने रोक दिया और बोली : “नही भाई दर्द तो होना ही है पहली बार मे आज नही तो कभी नही ”इतना कहते हुए उसने एक गहरी साँस ली और एक ही बार मे अपना पूरा भार मेरे लंड पर छोड़ दिया.

मेरा स्टील जैसा खड़ा हुआ लंड फडफडाता हुआ सा उसकी चूत के परखच्चे उड़ाता हुआ अंदर घुसता चला गया बेचारी की चूत ककड़ी की तरह चिरती चली गयी एक ही पल मे मेरे लंड ने नगमा बहन के कुंवारेपन की झिल्ली को फाड़कर तहस नहस कर दिया आअहह मररर्ररर गयी ”हे आल्हा हे अम्मी करती रही नीचे मेरे लंड पर गर्म लहू का एहसास हो रहा था मुझे नगमा की शरीर निढाल सा हो चुका था.

मैने बड़ी मुश्किल से उसके मूंह में मुंह डाल कर हवा दीया तब नगमा बहन थोड़ी देर बाद आंख खोल के मुस्कुराहट दी अब मैं नगमा के कूल्हे पकड़ कर सही से बॅलेन्स किया और फिर धीरे-2 अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा, मेरा लंड नगमा की चूत मे धंसा पड़ा था, एकदम टाइट होकर, जैसे उनकी चूत के होंठो ने उसे पकड़ लिया हो और छोड़ने का नाम ही नही ले रहे थे.

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पर मेरे लंड के धक्के लगने से करीब 20 मिनट बाद शायद उन्हे कुछ-2 होने लगा था एक बार फिर से उनका शरीर गर्म होने लगा मेरी गर्दन और कमर पर उनकी ग्रिप बढ़ गयी और अपने पैर ग्रिल मे फंसाकर वो अब खुद ही अपनी बॉडी को उपर नीचे करने लगी,आँखे भले ही बंद थी नगमा बहन की पर उनके सेक्सी चेहरे को देख कर सॉफ पता चल रहा था कि उन्हे कितना मज़ा मिल रहा है एकदम नंगी होकर वो मेरी गोद मे चढ़ि हुई थी, और खुद ही चुद रही थी.

नगमा बहन के बूब्स मेरी छाती पर चुभ रहे थे और उनके नर्म कुल्हो मे मेरी उंगलियाँ धँसी हुई थीअब वो पूरे रंग मे आ चुकी थी दर्द तो कब का गायब हो चुका था अब सिर्फ़ रह गयी थी एक गहरी मस्ती लिस्लिसापॅन चिकनाहट जिसमे मेरा लंड अंदर बाहर हो रहा था करीब 10 मिनट और नगमा बहन को चोदा तभी. “Indian Ghar Me Sex”

वो चिल्लाई : “आआआहह भाई जान मेरी जाआअँ उम्म्म्मममम एसस्स्सस्स चुद गयी तेरी बहन आज तू मेरा सील तोड़ दिया आआआजज तेरे ही लंड से आइ एम सूऊ हॅपी अहह अब ऐसे ही चोदना मुझे रोज ऐसे ही चोदना ” जब तक मैं राहु मुझे रोज चोदना मैं : भी आआहह एसस्स्स्स्स्स्स्सस्स नगमा रोज चोदुन्गा मैं तुम्हे मेरे इसी लंड से रोज तुम्हारी चूत चोदुन्गा मैं.”

मन तो मेरा कर रहा था कि ये बाते ये चुदाई ऐसे ही पूरी रात चलती रहे पर उपर वाले ने सब कुछ लिमिट मे ही बनाया है और उसी के परिणाम स्वरूप मेरे लंड ने जल्द ही जवाब दे दिया और मैं चिल्ला पड़ा, नगमा आइ आम कमिंग आइ आम कमिंग ”वो भी मेरे होंठो को चूस्ति हुई चिल्लाई : “आआहह मैं भी गयी रे मेरे अंदर ही निकाल कम इनसाइड मी कम इनसाइड मी.”

उनके इतना कहने की देर थी और मेरे लंड से ताबड़तोड़ विर्य की बौछार निकल कर उनकी चूत मे जाने लगी मेरे लंड का माल उनकी चूत मे गया और अंदर से मिला जुला माल बाहर भी निकलने लगा, जो मेरे पैरो मे गिर रहा था जब सब कुछ शांत हो गया तो मैने नगमा को नीचे उतारा उनके चेहरे की चमक देखने लायक थी.

मैने एक बार फिर से उन्हे चूम लिया फिर पानी की टंकी से हम दोनो ने पानी लेकर अपने-2 अंगो को सॉफ किया और कपड़े पहन कर नीचे आ गये नगमा ने कहा कि वो कल टॅबलेट खा लेगी नीचे आकर हम दोनो एक बार फिर से अपने-2 जगह के पास जाकर सो गये शाजिया दीदी को कुछ पता ही नही चला था.

पर अब एक बात तो पक्की थी, एक बार नगमा की सील टूटने के बाद हम दोनो को रोकना मुश्किल था और आने वाले दिनो मे हमारी प्यास और भी बढ़ने वाली थी. अगली सुबह मेरी लाइफ मे सबसे हसीन थी मेरे अगल बगल मेरी दोनो बहने सो रही थी शाजिया दीदी और नगमा मेरे दोनो कंधो पर अपने सिर रखकर मुझसे चिपक कर सो रही थी.

दोनो के उपर नीचे हो रहे सीने मुझे काफ़ी उत्तेजित कर रहे थे. ख़ासकर नगमा के बूब्स. उन्होने अपनी टी शर्ट के नीचे ब्रा भी नही पहनी हुई थी, इसलिए उनकी नुकीली निप्पल्स मेरी छातियो मे अंदर चुभ रही थी. और शाजिया दीदी का चेहरा मेरे उपर पूरा झुका हुआ सा था उसकी गर्म साँसे मेरे चेहरे पर टकरा रही थी और उसके रसीले होंठ मेरे होंठो से सिर्फ़ 1 इंच की दूरी पर थे. “Indian Ghar Me Sex”

मुझसे इतना अच्छा मौका छोड़ा नही गया और मैने अपने होंठ उसके होंठो से चिपका दिए. सुबह की पहली किस ऐसी लग रही थी जैसे पहली धार की शराब उसके होंठो को चूस्कर मैं उसका शहद किसी मधमक्खी की तरह निकालने मे लगा था और उसे पता भी नही था, वो गहरी नींद मे थी पर किस करने से गहरी से गहरी नींद भी टूट जाती है उसके साथ भी वही हुआ.

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उसने अपनी नशीली आँखो को खोलकर मुझे देखा, और अपने होंठो को मेरे होंठो के बीच फँसा हुआ देख कर उसकी आँखो मे चमक सी आ गयी ऐसा लग रहा था जैसे उसका कोई सपना पूरा हो गया है. वो भी अपने होंठो की मलाई मुझसे चटवाने लगी और साथ ही साथ उसका हाथ फिसलकर मेरे लंड पर आ गया, और आपको तो पता ही है हम लड़को की मॉर्निंग एरेक्षन वाली प्राब्लम आज तो मेरी किस्मत मुझपर मेहरबान थी जो मेरे अगल-बगल दो लड़किया थी.

ये ना भी होती तो मेरे लंड का यही हाल होना था, रोज सुबह स्टील रोड जैसे तन कर खड़ा हो जाता है उसे बड़ी मुश्किल से रगड़ कर चुप करवाना पड़ता है. पर आज ये रगड़ने का काम नगमा ही करने मे लगी थी. पर अचानक मेरे लंड पर एक और हाथ आ लगा. और वो था साजिया दी का.उनकी नींद भी खुल चुकी थी और वो भी नगमा के साथ इस मॉर्र्निंग वाले मज़े को लेने मे कूद पड़ी. अब आगे की कहानी भाग 5 में पढ़े….. “Indian Ghar Me Sex”

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