Outdoor Girl Anal Sex – हेल्प मेरी चूत पर भारी पड़ गई 2

Outdoor Girl Anal Sex – हेल्प मेरी चूत पर भारी पड़ गई 2

Outdoor Girl Anal Sex

हाय फ्रेंड्स.. मैं आपकी प्यारी फ्रेंड अंकिता फिर से हाजिर हूँ अपनी कहानी लेकर.. मैंने अपनी पिछली कहानी हेल्प मेरी चूत पर भरी पड़ गई 1 आपके सामने पेश की थी जिसे आपने पढ़ा होगा, अब आगे. अब उसने वापस मेरा सिर अपने हाथों में उठाकर अपना लंड अंदर डालना शुरू किया और लंड को गले के अंदर तक डाल दिया। Outdoor Girl Anal Sex

लंड पूरा समा गया था। उसकी झाँटें मेरे नथुनों में घुस रही थी। मैं साँस लेने के लिये छटपटा रही थी मेरे मुँह को मेरी चूत की तरह चोदने के बाद मुझे नीचे लेटने के लिए कहा, नीचे थोड़ी घांस थी और मेरी टाँगें फैला दीं और जितना हो सकता था उतना फैला कर हाथों से पकड़े रखा।

फिर अपनी अँगुलियों से मेरी चूत के मुँह को फैला कर अपने लंड के टोपे को वहाँ लगाया और अपने शरीर का पूरा वजन मेरे ऊपर डाल दिया। उसका लंड मेरी चूत के दीवारों को छीलता हुआ अंदर जाने लगा। मैं जोर-जोर से चींखने लगी “ओह्हहहह उहहहहऊऊऊऊऊ….. माँआआआआआ… मर गयीईईईईईई मुझे कोईईईईईई बचाओओ ऊऊऊऊऊऊऊहहहहह नहींईंईंईंईं!”

पहले चुद चुकी थी तो दर्द ज़्यादा नही हुआ फिर भी थोड़ा हुआ लेकिन कुछ ही देर में दर्द खतम हो गया और मुझे भी मजा आने लगा। मैं भी नीचे से अपनी कमर उछालने लगी। वो भी मुझे देख कर बोला मज़ा आ रहा है साली को, पहले वाला मेरे छातियों से खेल रहा था।

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दूसरा मुझे देखकर इतना उत्तेजित था कि उसका लंड तेज़ी के साथ मेरी चूत के अंदर बाहर जा रहा था मे झड़ गयी पर वो नहीं उधर सपना ये सब नज़ारा देख रही थी और दूसरा वाला वेट कर रहा था मुझे चोदने के लिए वो सपना को अपनी गोद बैठाकर उसके बूब्स के साथ खेल रहा था.

पहले वाला अगले पाँच मिनट में उसका बदन सख्त हो गया। उसके हाथ मेरी चूँचियों पर गड़ गये। मैं समझ गयी की अब वोह ज्यादा देर का मेहमान नहीं है। उसने मेरे निप्पलों को पकड़ कर अपनी और खींचा मैं उसके सीने पर लेट गयी।

उसने मेरे होंठ पर अपने होंठ रख दिये और उसने अपना लंड निकल कर बाहर झड़ गया और सपना को कहा रानी इसे सॉफ कर दो सपना ने उसे चाट कर साफ किया | और सपना के पास गया और उसे किस करने लगा उसकी गांड मे चाटे मारे बूब्स से खेलने लगा किस कारने लगा.

तभी दूसरे वाले ने मुझे डॉगी की तरह झुकाया जोर-जोर से मुझे पीछे की और से ठोकने लगा। काफी देर तक मुझे पीछे से चोदने के बाद फिर मुझे लेटाया और मेरे पैरो को अपने कंधे पर रखा और फिर अपने लंड को मेरी छूट मे सेट कर चुदाई करने लगा.

दूसरे वाले ने अपना वीर्य बाहर निकल कर छोड़ दिया। थोड़ी देर आराम किया फिर उनमे से एक पानी लेकर आया पानी पिया फिर थोड़ी देर बाद फिर पहले वाला मेरे पास आया और बोला डार्लिंग अब तेरी गांड की बारी है मेने उनसे कहा की वो ऐसा ना करे क्यूकी मेरी गांड अभी भी सील पैक थी.

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मुझे इर लग रहा था की अब दर्द के मारे मर ही जाऊंगी मेरी हालत खराब ही थी इतनी चुदने के बाद तभी सपना ने मेरी तरफ देखा और कहा की उसे छोड़ दो कहा की मेरी तुम मेरी चुद नही तो गांड तो मार ही सकते हो (क्यूकी सपना पहले मरवा चुकी थी).

उन दोनो ने थोड़ा सोचकर कहा ठीक है उन दोनो ने गोली खाई और मे उठी और अपनी चूत साफ करी पानी से अपने शरीर पर घास और कचरे को साफ कर ब्रा पैंटी पहन ली और कपड़े पहनने वाली थी की उनमे से एक बोला तुझे बड़ी जल्दी है कपड़े पहनने की फिर मे ब्रा पैंटी मे ही बैठ गयी वही पर, हमे वहा पर करीब २ घंटे हो गये थे दोपहर के २:३० बज रहे थे |

अब सपना की बारी थी पहले वाले ने सपना को खींच कर अपने सीने से सटा लिया। गोदी मे बैठा कर किस किया सपना के बूब्स उसकी छाती से चिपके हुए थे फिर उसने अपनी दो उंगली सपना के पीछे डाली सपना थोड़ी सी अहहाहा निकली और धीरे धीरे गांड के छेद को सहलाने लगा।

अब उसने तीन उंगलियों का शंकु बनाकर डाला तो वो उचक गयी! सपना ने कहा दर्द हो रहा है! उसने कहा थोड़ा तो बर्दाश्त करना ही पड़ेगा! उसने उसकी गांड में तीनों उंगलियां डाल दीं! उसे दर्द हुआ, वो थोड़ी सी चीखी लेकिन वो नहीं रुका और ना ही उसने रोका!

वो उंगलियां अंदर-बाहर करता रहा और वो किस करती रही, दूसरा वाला और मैं ये सब देख रहे थे वो अपना लंड मेरे पास लाया ताकि उसे चूस कर मैं मजा दू मे उसके लंड चूसने लगी फिर उधर सपना की गांड के छेद पर लंड का सुपारा टिकाया तो सपना ने पीछे की तरफ झटका दिया!

उसने कहा इतनी जल्दी है सपना ने कहा हाँ वो फुल मूड मे थी. कुछ देर रुकने के बाद उसने अपने लंड का दबाव बढाना शुरू किया, उसके लंड के आगे का मोटा हिस्सा अब अंदर जा चुका था तो लंड उसकी गांड में अपनी जगह बनाता हुआ अंदर की ओर जा रहा था आधा लंड गांड में गायब हो चुका था.

इधर मेने दूसरे वाले का लंड चूस चुकी थी फिर दूसरे वाले ने बोला की मेरी गोद मे बैठ मे उसकी गोद मे बैठी और उसने मुझे घुमा दिया मेरी पीठ उसकी छाती से चिपकी हुई और खुद ज़मीन पर लेट गया मेने बोला तुम तो मुझे चोद चुके हो.

फिर उसने कहा मुझे गांड मारने मे कोई इंटेरेस्ट नही है तू मुझे पसंद आई मे तेरी ही मारूँगा उधर सपना को मेरे कंधे के सहारे झुकाया अब मेरी टाँगों को फैलाया और मेरी चूत में वापस अपना लंड डाल दिया। लंड जैसे-जैसे भीतर जा रहा था, ऐसा लग रहा था मानो कोई मेरी चूत की दीवारों पर रेगमाल घिस रहा हो।

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मैं दर्द से “आआआआहहह” कर उठी। पता नहीं कितनी देर और करेगा। दोनो ने गोली खाई थी तो इतनी जल्दी कहा रुकने वाले थे अब तो मुझ से रहा नहीं जा रहा था। वो मुझे पीछे से धक्के लगाने लगा मेरी चुत मे मे उसके उपर उल्टी लेती थी तो मेरे बूब्स रिटा के चेहरे से टकराने लगे।

रिटा भी उत्तेजना में कसमसा रही थी। कुछ देर बाद सपना की गांड में लंड ने जगह बना ली और अब वो भी अपनी कमर हिलाने लगी थी। इसका मतलब उसे भी मज़ा आ रहा था। वो अब मजे से अपनी गांड मरवा रही थी।

सपना का एक निप्पल अपनी अँगुलियों में पकड़ कर उसने खींचा तो वो दर्द से बचने के लिये अपने बदन को आगे की और झुका दिया। उसने निप्पल को मेरे होंठों से छुवाया। “ले चूस… चूस अपनी सहेली के मम्मों को। ऐसा कहा उसने फिर मेने अपने होंठ खोल कर निप्पल को अपने होंठों के बीच दबा लिया।

वो सपना के बूब्स को जोर-जोर से कुछ इस तरह मसलने लगा कि मानो वो उन से दूध निकाल रहा हो। वो “आआआआहहहहह ऊऊऊऊहहहहह ऊऊऊऊईईईईईई माँआआआआआ उउउफ्फ्फ्फ” जैसी आवाजें निकाल रही थी।

खेत मे चुसाई और चुदाई की “फच-फच” की आवाज गूँज रही थी। इधर वो मेरी चूत मे धक्के दिए जा रहा था मेरे बूब्स उछल रहे थे वो बीच-बीच में मेरे बूब्स को मसल देता था। मेरे बूब्स से खेल रहा था फिर थोड़ी देर बाद सपना के बाल को उसने अपनी मुठ्ठी में भर लिये और अपनी तरफ खींचने लगा जिसके कारण सपना का चेहरा आसमान की तरफ उठा गया।

कोई पँद्रह मिनट तक मुझे इसी तरह चोदने के बाद उसने अपना लंड बाहर निकाला और हमें घुटनों के बल हम दोनों को पास-पास बैठाया फिर वो दोनो हमे चोदते उधर सपना अपनी गांड में ले रहीं थी अब लंड पच-पच करते हुए उसकी गांड में अंदर बाहर हो रहा था।

कुछ देर बाद उसको भी पूरा मजा आने लगा। वो अपने दोनों हाथों से उसके चूतड़ सहलाने लगा. फिर उसके ऊपर झुककर उसके दोनों स्तन मसलने लगा, तो सपना गर्म होने लगी थी. और इधर मेरी चुत को वो ऐसे चोद रहा था जैसे कोई चूत उसे अब मिलेगी नही वो मेरे पेट, नाभि को सहलाते हुए चूत को चोदते रहा इससे मैं पूरी तरह से कामुक होकर मादक सिसकारियां लेने लगी.

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काफी देर तक इसी तरह चुदाई चलती रही। मैं और सपना दोनों ही झड़ चुके थे। सपना कि चूत से पानी निकल रहा था उसके बाद भी वो हमें चोदता रहा। काफ़ी देर बाद जब उसके झड़ने का समय हुआ तो उसने हम दोनों को बिठा कर अपने-अपने मुँह खोल कर उसके वीर्य को मुँह में लेने को बाध्य कर दिया और वीर्य मेरे और सपना के मुँह में भर दिया।

हम दोनों के मुँह खुले हुए थे और उनमें वीर्य भरा हुआ था और मुँह से छलक कर हमारे बूब्स पर और बदन पर गिर रहा था। हमारी हालत खराब थी वो दोनो भी थक गये थे फिर थोड़ी देर बाद उन्होने बोला अपने कपड़े पहन लो और ट्यूब बेल चालू कर देता हू वही चलो |

खेत मे कोई नही है और आस पास भी कोई दिख नही रहा है दोपहर का समय है अभी कोई नही है हम चारो वहा से उठे और ट्यूब बेल पर जा कर पानी पिया और सुस्ताया और वो दोनो पूरे नंगे होकर नहा लिए अपने आप को साफ कर रेडी हो गये कपड़े पहन कर | “Outdoor Girl Anal Sex”

हमारी दशा देखने मे खराब दिख रही थी उन्होने कहा तुम भी नहा लो कोई नही है अभी कोई आए उससे पहले यहा से निकलते है, फिर मैं और सपना ने कपड़े उतारे और नहाई फिर अपने कपड़े पहने नहाने के बाद थोडा ठीक लग रहा था.

अब हम जाने के लिए निकल रहे थे करीब ४:३० बाज चुके थे उनसे अपना फोन लिया उन्होने हमसे कहा की मज़ा आया की नही सपना ने कहा खूब… बोले जब भी मन करे आ जाना यही खेत मे मिल जाएँगे हम और और हम दोनो वहा से निकल गये|

सपना मुझसे बोली आज तो सेक्स मे मज़ा ही आ गया रास्ते रुक कर तोड़ा नाश्ता किया और फिर घर की और गये सपना और मैने दीपक और प्रकाश को नही बताने का फ़ैसला किया| घर गयी और आराम से सो गयी आज तो जबरदस्त ठुकाई हुई थी मेरी |

फिर रात मे पड़ोस मे खाना खाया सोते समय मे ब्रा नही पहनती हू सिर्फ़ चुन्नी ओढकर ही आंटी के यहा आई थी और वही पर सो गयी सुबह आंटी आई और उन्होने मुझे उठाया और चाय दिया मे वही पी रही थी की आंटी का लड़का सोनू आया.

और मुझसे बोला अंकिता गुड मॉर्निंग मेने भी उसे विश किया गुड मॉर्निंग वो मुझसे कुछ साल बड़ा था मतलब वो कोई २४-२५ साल का होगा. वो वही सामने सोफे पर बैठा और मोबाइल चलाने लगा मे चाय पीते हुए मोबाइल चला रही थी.

की मेने नोटीस किया की वो मुझे ही घूर रहा था मेरी चुचिया का उभार साफ दिख रहा था क्यूकी मेने चुन्नी नही ओढ़ रखी थी मे समझ गयी फिर मेने थोड़ा जान मुझकर टीशर्ट से उसे निप्पल दिखाने के लिए मे सीधे बैठ गयी ताकि उसे ठीक से दिखाई दे थोड़ी देर मे उसके लंड का उभार साफ दिख ने लग गया था. “Outdoor Girl Anal Sex”

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फिर मे उठी और उसके सामने से जाते हुए थोड़ा झुक कर निकली जिससे वो मेरे बूब्स को आसानी से देख ले और उसने देख भी लिया. मे किचन मे गयी और आंटी को कप दिया और फिर मे वापस अपनी चुन्नी को लेने गयी. तो मेने देखा सोनू अपने लोवर के अंदर हाथ डालकर मूठ मरने लगा था मे वही रुक कर देखने लगी.

मुझे अच्छा लगा ये देखकर मे आई तो मुझे देखकर वो सीधे उठकर बाथरूम मे चला गया मे समझ गयी थी घर गयी और फ्रेश हुई फिर नाश्ता कर के आज घर पर ही कॉलेज के प्रॉजेक्ट viva की फाइल कंप्लीट करनी थी तो उसे करने के लिए बैठी और २ दिन बीत गये और २ दिन बाद मम्मी पापा दोनो आ गये | दोस्तों आपको ये कहानी कैसी लगी मुझे बताए

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