Teen Girl Romance – भाभी की बहन के साथ प्यार 1

Teen Girl Romance – भाभी की बहन के साथ प्यार 1

Teen Girl Romance

मेरा नाम अंशु है। मैं 24 साल का हूं और अपना बिजनेस करता हूं। मेरे परिवार में 3 भाई 1 बहन और माता पिता हैं मेरी छोड़ सबकी सादी हो गई है। मैं सबसे छोटा हूं। मेरे माता पिता मेरे बड़े भाई के साथ रहते हैं मुंबई में। मैं यहीं बिहार में अपने मंझले भाई भाभी के साथ रहता हूं। मैंने और मांझले भाई ने जिसका नाम सुमीत है शहर मे अभी नया नया एक 2 बीएचके मकान बनाया है। Teen Girl Romance

सुमित की शादी को 1 साल हो चुके हैं। उसकी शादी गांव में हुई है। लेकिन भाभी पढ़ी लिखी है। वो काफी सुंदर हैं शर्मीली हैं उनका नेचर बहुत अच्छा है। उनका नाम अंजू है। हम इस घर में 6 महीने पहले ही आए हैं यहां मैं भईया भाभी और उनकी बहन रुचिका रहती है । रुचिका भी अपनी बहन की तरह ही खूबसूरत है। वो यहीं से ग्रेजुएशन कर रहे है अभी वो 1st ईयर में है।

रुचिका के रहने से, भईया भाभी अपने रुम मे और रुचिका मेरे रूम मे अलग बेड पर सोती थी। जब भईया नही होते तो वो अपनी दीदी के साथ सो जाती थीं। हम तीनो का काफी मजाक चलता रहता था, और मेरा कोई गलत इंटेंशन नही था रुचि के परती, हम काफी घुल मिल रहते थे।। फिर एक दिन सुबह सुबह भाभी मेरे रूम मे आई। मैं सो रहा था।

भाभी: सुनो रुचिका का एक्सिडेंट हो गया है वो फोन कर रही है उसे ले आओ।

मै रुचिका से बात करता हूं वो रोते हुए बोलती है की वो स्कूटी से गिर गई है फलाने रोड पर। मैं अपनी गाड़ी ले उसे लाने चला जाता हूं उसके हाथ पैर छील गया था ये इतने सुबह हुआ था की उस समय ना कोई क्लिनिक खुला था ना कोई मैकेनिक। फिर मै उसे घर ले आया और स्कूटी को पास के ही एक दुकान दार के घर खड़ा कर दिया।

दरअसल वो जॉगिंग के लिए पार्क जाती है सुबह सुबह वही उसका योगा क्लास भी है तो स्कूटी से ही जाती है। फिर घर आ भाभी ने देखा उसके दोनों हाथ पैर छील गए थे घुटने से खून आ रहा था। भाभी ने उसका ट्राउजर खोल दिया, अब वो सिर्फ़ पैंटी और टी शर्ट मे थी।

मै:(उसकी मोटी मोटी जांघें देखते हुए) टॉवेल लपेट देता हूं।

फिर भाभी उसके घुटनों की डेटॉल से सफाई करने लगी उसे जलन होने लगी।

रुचि:(रोते हुए) मत लगा बहुत जल रहा है। वो लगाने से मना करने लगी। काफी रोने लगी।

भाभी: (उसे बेड पर सुलाते हुए) इसका हाथ पकड़िए दिखते हैं कैसे नही लगाती है।

मै सावधानी से उसका हाथ पकड़ लेता हूं उसके सर के तरफ से भाभी उसके पैरों को पकड़ उसके पैर साफ करने लगीं। वो काफ़ी चिल्ला रही थी। मैं उसके मूंह पर हाथ रख देता हूं। वो मेरा हाथ काट लेती है।

मैं:(मजाक करते हुए) शांति से लगवा लो चिलाओ नही, नही तो अब मूंह मे कुछ डाल दूंगा। फिर मै:(बात बदलते हुए)कपड़ा डाल दूंगा.

फिर उसके हाथ को साफ करती हैं और क्रीम लगा देती हैं। फिर एक पेनकिलर खाने को देती हैं तो दर्द कम हो जाता है तो वो सो जाती है। फिर भाभी तैयार हो किसी एनजीओ की मीटिंग अटेंड करने चली जाती हैं।

भाभी:(जाते हुऐ) रुचि को डॉक्टर के पास ले जाना और खाना खिला देना।

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फिर 11 बजे वो उठी तो मैंने उसे खाना दिया। उसके उंगलियां भी पीछे की तरफ छील गई थी तो मैंने उसे अपने हाथ से खाना खिलाया। फिर मैने उसके कमर पर स्कर्ट पहना दिया और गाड़ी में बिठा किसी क्लिनिक के लिए निकल पड़ा। हमारा घर आउट एरिया में है तो वहा आस पास कोई क्लिनिक नही है कुछ देर बाद हम जाम मे फंस गए बैठे बैठे हालात खराब हो गई 2 बजने को थे।

रुचि:(रूयांसी सी आवाज में) चलो घर चले जाते हैं।

मैं:क्या हुआ।

रुचि: कुछ नहीं, घर चलो बस।

मैं: अब जाम है तो मै क्या कर सकता हूं, कुछ दूर पर एक क्लिनिक है वहा दिखा लेते हैं।

रुचि: नही चलो घर।

मैं: अरे पर हुआ क्या बताओ तो।

रुचि:(शर्माते हुए)मेरे पीरियड्स हो गए, और मैंने पैड भी नही लगाया है, स्कर्ट पर दाग लग गया होगा।

मै हंसने लगा।

रुचि:(मुझे मारते हुऐ) हंस क्यों रहे हो।

मैं: रुको अगर मै पैड ला दूं तो चलेगा।

रुचि: ठीक है।

फिर मै गाड़ी साइड मे लगा कर पैड, कुछ टिस्सु पेपर, एक पैंटी और एक स्कर्ट ले आता हूं। मैं (उसे देते देते हुए) पीछे जाओ और साफ कर लो। फिर मैं बहार खड़ा हो सीट के टॉवल से शीशे ढक देता हूं। वो पीछे जाती है उसके हाथ पैर मे चोट था तो वो नही कर पाती है। मै (कुछ देर बाहर इंतजार करने के बाद) हो गया क्या।

रूचि: (रोते हुए) नही हो रहा है। फिर मैं अन्दर जाता हूं।

मैं: तो मै कर दूं।

रूचि: बकवास मत करो।

मै: अरे लाओ ना मै कर देता हूं क्या हो जाएगा प्रॉब्लम मे फैमिली ही तो काम आती है।

रूचि: ठीक है पहना दो। लेकिन आंख बंद रखना।

फिर मैंने उसकी पेंटी उतारी उसे प्लास्टिक मे डाला। फिर एक भीगे टॉवल से बिना देखे उसकी स्कर्ट के अन्दर हाथ डाल उसकी चूत पोछी, फिर मैने नई पैन्टी पर पैड लगा दिया और उसे पहना दिया पहनाते टाईम मेरे उंगलियां उसकी घने झांटों से छू गई फिर मैने उसके चूतड उठा उसके स्कर्ट उतार उसे नई स्कर्ट पहना दी। वो अपनी आंख बन्द किए हुए थी।

मै: देखो हो गया ना। रुचि शर्मा रही थी कुछ नही बोल रही थी।

मैं:(मजे लेते हुए) जंगल में जंगली जानवर रहते हैं या यूंही वीरान जंगल है।

रुचि: कौन से जंगल में।।

मैं हसने लगा। कुछ देर बाद उसे समझ आया तो वो शर्मा गई।। फिर मैने उसे डॉक्टर को दिखा दिया डॉक्टर ने उसकी मरहम पट्टी कर दी उसके बाएं हाथ की उंगलियों में ज्यादा चोट था तो उस हाथ मे स्लिंग टांग दिया, फिर हम दवाई ले घर आ गए। 4 बज चुके थे भाभी घर पर नही थी।

रुचि: मुझे बाथरूम जाना है।

मै: इंडियन सीटपर तुम्हे बैठने मे नही बनेगा इसलिए मेरे रूम के बाथरूम मे चली जाओ।

फिर रुचि चली जाती है काफी देर बाद वो बाहर नही निकलती है तो।

मैं: क्या हुआ।

रुचि: धोने मे नही बन रहा।

मै: मेरी कुछ मदद चाहिए तो बोलो या दरवाजा खोला।

रुचि कुछ देर बाद खोलती है। वो स्कर्ट पहन खड़ी थी उसकी पैंटी घुटनों में थी। फिर वो बैठे जाती है और मैं उसके गान्ड पर फॉसेट मारता हूं।

मैं: क्या क्या करना पड़ रहा है।

रूचि शरमा गई।

मैं: लेकिन मजा भी बहुत आ रहा है। फिर मैं उसके चूत पर पानी मारता हूं।

रुचि: क्या कर रहे हो।

मै: जंगल मे पेड़ों को पानी दे रहा हूं।

रुचि: तु देख क्यों रहा है।

मै:(हस्ते हुए) ऐसे ही।

फिर हम हसने लगे। फिर भईया भाभी आ गए। कुछ दिन ऐसे ही चला जब भाभी घर पर होती तो भाभी उसकी देखभाल करती नही तो मै तो घर पर ही रहता था क्यूंकि मै घर से ही काम करता था। फिर 20 दिन बाद वो ठीक हो गई। फिर एक रात को हम दोनो सोने जा रहे थे अपने अपने बेड पर की अचानक उसने मुझे किस कर दिया। “Teen Girl Romance”

मै: ये क्या था।

रुचि: तुमने जो मेरी इतनी सेवा की उसका ईनाम।

मै:(हंसते हुए) इतना कम ईनाम लूंगा मै।

रुचि: तो और क्या चाहिए।

मै: मैं तो जंगल मे जाना चाहता हूं।

रुचि: उधर जाने की सोचना भी मत उधर सिर्फ खास लोग जाते हैं।

मै: तो मैं खास नही हूं।

रुचि: हो पर उतने भी नही।

मै: तो उतना खास बनने के लिए अब मुझे क्या करना होगा।

रुचि: शादी।

मै:(मजाक करते हुए) मेरी शादी तो नही हुई है, मेरे भाई की शादी हो चुकी है तो क्या वो आपके जंगल मे गया है।

रुचि:(मेरी तरफ तकिया फेकते हुऐ) कुछ भी मत बोलो।

मै: अच्छा तुम जंगल की सफाई क्यूं नही करती हो।

रुचि: अब तो तुमसे ही करवाऊंगी।

मै: अब मै कुछ नही करूंगा, तुम वो अपने खास से करवा लेना।

रुचि: तो तुम ही बन जाओ खास।

मै: एक सेकंड क्या तुम मुझे इन डायरेक्टली प्रपोज कर रही हो।

रुचि: जो तुम समझो।

मै: साफ साफ बोलो तब तो मै समझूं।

रुचि:(मेरे बेड पर आते हुए) सच बोलू तो पहले तुम मुझे बिल्कुल पसन्द नही थे लेकिन अब मै तुम्हें पसन्द करने लगी हूं।

मै: (हस्ते हुए) हाय दईया मै तो मर ही जाऊंगा। ऐसा मजाक नही करो।

रुचि: मै मजाक नही कर रही सच मे मै तुम्हे प्यार करने लगी हुं।

कुछ देर मै खामोश रहता हूं।

मै: देखो हम एक ही घर मे रहते हैं हमारा इतना अच्छा रिश्ता है, इतने घुल मिल हसी खुशी रहते हैं। अगर प्यार व्यार करेंगे तो हमारा इतना अच्छा रिश्ता बर्बाद हो जाएगा। फिर आपके घर वालों को लगेगा कि मैने आपका फायदा उठाया है।

रुचि:(अपने बेड पर उठ कर चली जाती है) मै समझ गई आपको।

फिर वो चुप चाप सो जाती है। मै कुछ बोलता हूं तो वो जवाब नही देती है। फिर कुछ दिन वो मुझसे बात नही करती है। फिर एक रात हम सोने जाते हैं तो,

मै: देखा ये प्यार कितना खतरनाक होता है, हम कितने खुश रहते थे पहले अब 4 दिन से तुम मुझसे नाराज हो।।

रुचि:(कुछ देर चुप रहने के बाद) लेकिन मै क्या करूं तुमने मेरा इतना ख्याल रखा कि मुझे तुमसे प्यार हो गया।

मै:(उसके बेड पर लेट जाता हूं और उसके बाजू पर हाथ रख देता हूं) मुझे सोचने दो, एक लडकी जिसके 32B के स्तन हैं,28 की कमर 34 के हिप्स, जो थोड़ी हेल्दी है काफी गोरी है, सुंदर है थोड़ी नखरीली है गुस्सा नाक पर रहता है को मुझसे प्यार है। अगर मै भी उससे प्यार करने लगूं तो मुझे क्या मिलेगा। “Teen Girl Romance”

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रूचि: (थोड़ी खुश होते हुए) वो सब कुछ जो मेरे खास को मिलना चाहिए। फिर मैं उसके कमर में हाथ डाल उसके पीठ से चिपक जाता हूं।

रुचि: छोड़ो मुझे क्या कर रहे हो पहले बोलो की मुझसे प्यार करते हो।

मै: ठीक है आई लव यू।

रुचि: ( मेरे गले लगते हुए) आई लव यू टू।

फिर मैं उसके गांड़ दबाते हुए।

मै: अब तो अपना जंगल दिखा दो, मुझे गुफा में जाना है।

रुचि: नही मै वो सब शादी के बाद ही करूंगी । शादी करोगे ना मुझसे धोखा तो नही दोगे।

मै:( उसके सर पर हाथ रखते हुए,) कसम खाता हूं कि शादी करुंगा तो तुमसे ही करूंगा, नही तो नही करुंगा। बोलो तो अभी बात कर लूं शादी की तुम्हारे घर वालो से।

रुचि: नही अभी नही । कुछ दिन बाद। पहले मै अपनी दीदी से बात कर लूंगी तो तुम जीजा जी से बात कर लेना।

मै: ओहो, शायद तुम भूल रही हो की तुम्हारी दीदी अब मेरे घर की मेंबर हैं, तो तू मै अपनी भाभी से पूछ लूंगा तुम अपने मम्मी पापा से पूछ लेना।

रुचि: ठीक है पहले तुम पूछ लेना।

मै: अब तो जंगल दिखा दो, ।

रुचि: देख तो तुम पहले ही चूके हो।

मै: अरे अच्छे से कहा देखा था अब अच्छे से दिखा दो।

रुचि: अभी नही दिन मे जिस दिन दीदी घर पर नही होगी उस दिन अच्छे से देख लेना और जंगल की सफाई भी कर देना।(शर्मा जाती है).

मै: (उसके चूंचे छूते हुए) तो इन संतरों का रस ही पीला दो।

रुचि: क्या कर रहे हो छोड़ो।

फिर मैं उसके होंठ पर उंगलियों से सहलाने लगता हूं।

रुचि: (कंपते हुए)क्या कर रहे हो।

मै: मै तुम्हारे अधरों का रस पीना चाहता हूं। इजाजत दे दो।

रुचि:(मुसकुराते हुए) हुं।

मैने उसके होंठ पर अपने होंठ रख दिए। उसमे लेटे हुए मेरे गले मे बांहे डाल दी मेरे हाथ उसकी कमर पर थे हम दोनो काफी चिपक गए थे उसने एक जांघ मेरे कमर पर रख दी हम दोनो होंठ चूस रहे थे। अब उसकी सांसे तेज हो गई थी, वो हाफ्ने लगी तो मेने उसके होंठ से होंठ हटा लिया।

मै: कैसा लगा।

रुचि शरमा कर मेरे सिने मे अपना मुंह छुपा लेती है। मै उसके पीठ सहलाने लगता हूं। कुछ देर बाद मै उसका चेहरा हटा उसके माथे पर किस कर लेता हूं फिर उसकी आंखें चूमता हूं उसके गाल चूमता हूं उसके गर्दन और गले पर चूमता हूं.

फिर उसके सीने पर उसके बूब्स पर मैं कपड़े के ऊपर से चूम लेता हूं। उसकी सिसकी निकल जाती है। फिर मैं अपना हाथ उसकी चूचियों पर रख सहलाने लगता हूं। वो आह आह करने लगी। अब मैंने अपना हाथ सलवार के ऊपर से उसकी चूत पर रख दिए। “Teen Girl Romance”

रुचि: आह सुनो ना मै ये सब शादी के बाद करना चाहती हूं।

मै: क्या सब।

रुचि: सेक्स, मै अपनी सुहागरात पर ही करना चाहती हूं।

मै: मै वादा करता हूं तुम पहली बार सेक्स सुहागरात पर ही करोगी।(ये कहते हुए मैं उसकी चूत सहलाने लगा).

रुचि: तो वहा से हाथ हटा लो ना मुझे कुछ हो रहा है।

मै: मुझ पर भरोसा है?

रुचि: अपनी जान से भी ज्यादा।

मै: तो जो मै कर रहा हूं करने दो और मजे लो।

हम किस करने लगते हैं मैं अब भी उसकी चूत सहला रहा था वो आह आह करे जा रही थी उसने अपनी जांघों को जोड़ से भींच लिया और कुछ देर बाद झड़ गई। मै: कैसा लगा। उसने अपना चेहरा मेरे सीने मे छिपा लिया। कुछ देर उन्हीं बात करते हुए हम सो गए।

अगले दिन हम उठे तो आज मैने भाभी से बात करने की सोची लेकिन भाई भाभी काम मे बिजी थे तो बात हो नही पाई। कुछ दिन उन्ही निकल गए फिर एक दिन भाई काम पर चले गए फिर भाभी भी एक ओल्ड एज होम मे सेवा देने चली गई। हम दोनो अकेले थे घर में।

मै: आज जंगल दिखा दो भाभी भी नही है।

रुचि:(शर्माते हुए) ठीक है।

फिर हम बाथरूम मे गए मैने उसका सूट उतार दिया फिर उसकी सलवार उतार दी वो अब सिर्फ ब्रा पैन्टी में थी वो काफी शरमा रही थी। मैने उसकी पैन्टी उतारने के लिए उसके पैंटी को छुआ तो।

रुचि: तुम भी तो अपना उतारो तुमने तो मुझे नंगा देख लिया तुम भी तो दिखाओ।

मैने अपना सब कुछ उतार दिया वो मेरा खड़ा लन्ड गौर से देखने लगी। अब मैंने उसकी पैंटी उतार दी उसके बाल 2 इंच से भी ज्यादा लम्बे थे मैं हसने लगा। उसकी पूरी चूत ढकी हुई थी। मैने उसकी चूत पर शेविंग क्रीम लगाया और सहलाने लगा वो आह आह करने लगी. “Teen Girl Romance”

फिर मैंने रेजर लिया और उसके बाल साफ कर दिए। उसकी चूत एक दम चमक रही थी उसके चूत के होंठ फूले हुए थे मैं उसे बार बार टच कर रहा था फिर मै उसे गोद मे उठा बेड रूम मे ले आया। उसने अपनी आंख बन्द कर ली, मैने उसे बेड पर लिटा दिया वो शरमा रही थी.

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फिर मैने उसकी आंखो मे देखा और उसके होंठ से होंठ लगा उसे चूसने लगा उसके कान चूसे उसके गर्दन पर चुम्बन लिया, उसके गले को चूमा उसकी ब्रा खोल उसके मम्मे चूसने लगा वो सिसकारियां भरने लगी। उसके निप्पल पर जीभ फिरा दिया उसके पेट को चूसा चाटा उसकी नाभी चूसने लगा फिर उसके पेडू चूमा फिर उसकी चूत पर जीभ फिरा दिया.

वो आह आह करते हुए मेरा सर हटाने लगी फिर उसकी मोटी जांघें चूसने चूमने लगा। अब मैं उसकी चूत चाटने लगा कुछ देर बाद वो आह आह करते हुए झड़ गई। अब मै उसके बहल में लेट गया कुछ देर चुप वो नॉर्मल हुई तो मेरे ऊपर चढ़ मुझे किस करने लगी मेरे निप्पल को काटने लगी मेरे पेट पर चूमते हुए मेरे लन्ड की ओर बढ़ गई. “Teen Girl Romance”

मैने उसे मना कर दिया और सिर्फ उसके हाथ में लन्ड पकड़ा दिया, उसे कुछ नही आता था तो मैंने उसे चमड़ी पीछे कर सहलाने को कहा उसने जब चमड़ी पीछे किया तो मेरा पिंक सुपाड़ा बाहर देख हैरान हो गई वो उसे टच करने लगी.

जिससे उसका नाखून मेरे सुपाड़े पर लग गया मुझे बहुत तेज जलन होने लगी। अब मैंने उसे लन्ड आगे पीछे करने को कहा, कुछ देर बाद उसका हाथ दर्द होने लगा तो मैने उसके चूत पर लन्ड रख दिया तो वो चौंक गई।

रुचि: क्या कर रहे हो। तुमने वादा किया था ये सब मै शादी के बाद करुंगी।

मै: तुम चिंता मत करो।

फिर मैं उसके चूत पर लन्ड रख उसकी जांघों को मोड़ उसकी जांघों में लन्ड आगे पीछे करने लगा। कुछ देर बाद मै झड़ गया,अब मैंने उसकी चूत को सहलाना शुरू किया कुच देर बाद वो झड़ गई,। मै: कैसा लगा। रुचि मेरी बांहों मे सिमट गई।

अब हम बाथरूम मे जाकर एक दुसरे को साफ किया। शाम को भाई भाभी आ गईं। अगले दिन मैंने भाभी से बात करने की ठानी शादी के बारे मे। लेकिन रुचि ने कहा कि मै ही दीदी को बता देती हूं। और वो घर पर बता देगी। फिर रुचि भाभी के रुम मे गई। “Teen Girl Romance”

रुचि: दीदी एक बात बतानी है।

भाभी: बता।

रुचि: मुझे ना अंशु से प्यार है,तुम हमारी शादी की बात घर पर कर लो ना।

भाभी: ये सब करने आई थी यहां की पढ़ाई करने, मुझे ये रिश्ता मंजूर नहीं है।(वो उसे डांटने लगी).

काफी कुछ कहा सुनी हो गई दोनो मे रुचि काफी गुस्से वाली थी तो हो गईं पैनिक।। मै दरवाजे के बाहर से उनकी सारी लड़ाई सुन रहा था। भाभी ने एक दम नकार दिया। मैं एक दम शॉक था भाभी का ऐसा रूप देखकर, रुचि को तो मैने गुस्सा होते देखा था पर भाभी को आज मै पहली बार गुस्सा होते देख रहा था।

भाभी: प्यार करने के लिए तुम्हें यही मिला था दुनिया मे लड़कों की कमी है क्या, और उसके लिए तू मुझसे लड़ रही है अपनी सगी बहन से जिसने तेरे लिए क्या नही किया।

रूचि: क्या किया तुमने अभी जब मेरा एक्सीडेंट हुआ था तब कहा थी तुम कितनी सेवा की तुमने तुम तो सुबह चली जाती थी मीटिंग अटेंड करने उसके बाद क्या उसके बाद कौन करता था।

कुछ देर और बहस चली। फिर रुचि रोते हुए बाहर आ गई। मैने उस टाईम भाभी से बात करना सही नही समझा। सारा दिन घर में एक दुसरे से कोई बात नही कर रहा था। अगले दिन मैंने अपने भाई को बताने की सोची लेकिन उसे अगले दिन उसे 15 दिन के ट्रिप पर अंडमान निकोबार जाना था तो मैंने उसे टेंशन देना सही नही समझा। फिर वो काम पर चला गया। फिर दिन मे मै भाभी से बात करने गया तो उन्होने साफ मना कर दिया। अगले दिन जब भाई निकलने वाला था तो भाभी। “Teen Girl Romance”

भाभी: आप रुचि को घर पहुंचा दीजिए, बहुत पढ़ लिया इसने, अब नही पढ़ेगी।

भाई: क्यूं क्या हुआ अभी तो 1St ईयर मे ही हैं।

भाभी: अब कितना पढ़ेगी।

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भाई: अरे अभी बहुत पढ़ना है, हां अगर मन नही लगता तो कुछ दिन कही घूम लेंगी। और अभी मै ट्रिप पर जा रहा हूं, आता हूं तो बात करता हूं।

फिर भाई चला गया। तो आज मै भाभी से हिम्मत कर बात करने गया।

मै: भाभी एक बात करनी थी।

भाभी: हां, मुझे पता है, एक बात सुन लीजिए मेरे परिवार की किसी भी लड़की की शादी इस परिवार मे नही होने दूंगी।

मै: आपके परिवार की? पर मुझे लगा कि हम एक ही परिवार के हैं। और क्या गलती हो गई हमारे परिवार से जो आप ऐसा बोल रही हैं।(मेरी आंखें डब डबा गई).

भाभी: मेरी ज़िंदगी तो बर्बाद हो ही गई, अब मैं किसी और की जिंदगी बर्बाद नही होने दूंगी ।

मै: अगर आपको मुझसे दिक्कत है तो मेरे परिवार को क्यों बीच मे ला रहे हैं, और रुचि को जाने को क्यूं बोल रहे हैं, मुझसे दिक्कत है तो मुझे बोलिए मै ही चला जाता हूं। “Teen Girl Romance”

फिर मैं अपने रूम मे आ जाता हूं रुचि हमारी बाते सुन ली थी मेरी आंखों मे आसू देख वो गुस्से मे भाभी के रुम मे जाती है। मैं अपने रूम मे आ अपना दरवाजा बन्द कर लेता हूं उनके बीच कहा सुनी की हल्की आवाजे मेरे रूम मे आ रही थीं।

फिर मैं अपना सामान पैक करने लगाता हूं। कुछ देर बाद रुचि मेरे कमरे मे रोते हुए आती है और मुझे समान पैक करता देख मेरा सारा सामान फिर से अलमारी में रख देती है मेरे कपड़े किताब सब। हम दोनो को ऐसा करता भाभी देख लेती है।

भाभी:(गुस्से मे) तुम दोनो को एक ही कमरे मे सोने ही नही देना चाहिए।

मै उनको देख बाहर चला जाता हूं। वो अपनी बहन का सारा सामान अपने रूम मे ले जाती हैं। शाम को मै घर आता हूं तो रुचि के चेहरे पर चांटे का निशान देखता हूं मुझे बहुत गुस्सा आता है। मैं मन मे गुस्सा पी कर रह गया, रुचि का सारा सामान मेरे रूम मे ही था शायद समान को लेकर दोनो मे झगड़ा हुआ था उसी मे भाभी ने मारा होगा। रुचि मेरे कमरे मे थी। रात को मैने खाना नही खाया, रुचि ने भी नही खाया। “Teen Girl Romance”

भाभी: (रुचि का हाथ पकड़ तिरते हुए) खाना नही खाना है, भूखी मरना है जो करना है कर लेकिन चल इस रुम मे नही सोना है चल मेरे रूम मे।

रुचि उनसे अपना हाथ छुड़ा उन्हें धक्का दे मेरे रूम मे बन्द हो जाती है।

भाभी: पता नही क्या मंत्र मारा है।

(वो अपने कमरे मे चली जाती हैं) मै सोफे पर ही सो जाता हूं। रात को रुचि मेरे पास आ लेट जाती है और कपस कपस कर रोने लगती है।

मै: रोना बन्द करो भाभी आ जाएगी तो वबाल करेंगी।

मै उसे चुप कराते हुए उसके चेहरे के निशान को चूम लेता हूं।

मै: लगाता है, ये हमारी शादी के लिए कभी राजी नहीं होंगी। मै तुम्हारे भाई से बात करूं क्या। या मम्मी पापा से।

रूचि: जब तक ये नही कहेगी तो वो भी नही मानेंगे। अब एक ही रास्ता है भाग कर शादी कर लो मुझसे।

मैं: नही, मै करुंगा तो सबकी मर्जी से शादी करुंगा। नही तो नही करूंगा।(ये बोलते हुए मेरा गला भर आता है) फिर वो मेरा हाथ पकड़ रूम मे ले जाती है।

रुचि: (मुझे बांहों में भरते हुए)तो फिर, तुम मेरे साथ सेक्स कर मुझे प्रेग्नेंट कर दो तब ये सब मान जायेंगे।

मैं: पागलों जैसी बात मत करो।

रूचि: (रोते हुए)तो तुम ही बताओ, मै अब क्या करूं, मै तुम्हारे बिना नही रह सकती, मै तुम्हारे बिना मर जाऊंगी।

वो मुझे किस कर रही थी रो रही थी, मै उसे बांहों मे भर बेड पर लेट गया वो रोती रही मै उसे चुप कराता रहा फिर वो रोते रोते सो गई। मै कुछ देर में सोफे पर आकार लेट गया और सो गया। मै सुबह उठा तो, मैने भाभी से बात करनी चाही। फिर मैं सोचने लगा कि भाभी को दिक्कत क्या है मुझसे।

मै: भाभी, आपने रूचि को मारा।

भाभी कुछ नहीं बोली।

मै: बोलिए, क्यूं मारा।

भाभी: गलती करेगी तो मारूंगी ही।

मै: तो फिर मुझे भी मारिए।

भाभी कुछ नही बोली।

मै: आप पहले तो ऐसी नही थीं, कितना लोगों को प्यार करती थी ओल्ड एज होम, अनाथ आश्रम जाकर सेवा देती हैं, और खुद के घर के बच्चों को मारती हैं, ऐसा क्या हो गया हमसे जो ऐसा कर रही हैं। मै आपकी कितनी इज्जत करता था भाई आपसे कितना प्यार करते हैं आप दोनो कितना खुश रहते हैं हम पुरा परिवार कितना खुश रहते थे। ऐसा क्या गलती हो गई जो आपने शादी के लिए सीधा मना कर दिया, कोई कमी है मुझमें, क्या मै कमाता नही, शराबी हूं, अयासी करता हूं जुआ खेलता हूं बोलिए कुछ करता हूं। “Teen Girl Romance”

भाभी: सिर्फ ये सब होना काफी नही होता, जिन्दगी मे पति का प्यार सबसे जरूरी होता है, जो मुझे इस घर मे नही मिलता। तो मै अपनी बहन को इसी घर में कैसे ले आऊं उसकी जिंदगी बर्बाद करने के लिए।

मै: क्या बोल रही हैं, भाई इतना तो प्यार करते हैं आपसे, आपकी हर बात मानते हैं।

भाभी: एक औरत को इतना काफी नही होता, उसकी शारीरिक जरूरत भी कुछ होती है।

मै: मतलब आप कहना चाह रही हैं कि आप की मैरिड लाइफ़ मे सब कुछ सही नही चल रहा है।

भाभी: ये तुम अपने भाई से पूछो तो बेहतर होगा।

मै: उससे तो मै पुछुगा ही पहले ये बताओ अगर आप लोगों को कोई प्रॉब्लम है तो आपने मुझे बताया क्यों नही ।

भाभी: क्या बताती मै तुम्हे की तुम्हारा भाई मुझे…..

मै: हां, इसलिए तो हम परिवार कहलाते हैं, जब आप किसी को बताओगी नही तो हल कैसे निकलेगा।

कुछ देर वो चुप रहीं।

मै: तो इन सब से मेरी शादी का क्या लेना देना? हमारी शादी आप क्यों नहीं होने देना चाहती हैं।

भाभी: क्योंकि जिस घर मे मै खुश नही हूं, उस घर मे मेरी बहन कैसे खुश रह सकती है।

मै: मतलब आप कहना चाहती हैं कि आप भाई के साथ खुश नही हो तो, रूचि भी मेरे साथ खुश नही रहेगी। मतलब आपको मेरी सेक्सुअल कैपबलिटी पर शक है।

भाभी: हां कुछ ऐसा ही समझ लो।

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मै काफी नाराज होकर चला जाता हूं। रूचि हमारी बातें सुन रहि थी। रात को फिर से वैसे ही सोते हैं। रात मे, मै और रूचि बात करते हैं।

रूचि: कुट्टी कमिनी, हमारी शादी होने नही देना चाहती इसलिए उल जलूल बहाने बना रही है।

मै: सही कह रही हो, मेरे भाई को मै जानता हूं उसमे सेक्सुअल उत्तेजना कम हो ही नही सकती, हम दोनो इतने अच्छे दोस्त हैं हर बात शेयर करते हैं, अगर कुछ प्रॉब्लम होती भी तो वो मुझे जरुर बताता।

रूचि: कमिनी कैसे अपने पति पर लांछन लगा रही थी।

मै: मेरे दिमाग मे एक आइडिया आया है।

रूचि: कल मै उन्हें मेरे साथ सेक्स करने बोलूंगा, की अगर यहीं कारण है तो मेरी सेक्सुअल कैपबलिट टेस्ट कर लो। फिर देखता हूं क्या बोलती हैं। तुम्हें कोई ऐतराज तो नही।

रूचि: मुझे तुम्हारे साथ जीवन बिताना उसके लिए तुम जो भी करो।

मै: फिर ठीक है।

अब कुछ देर उसे किस करने के बाद मै सोफे पर आकर सो जाता हूं। दोस्तों अभी के लिए इतना ही, आगे की कहानी कैसे मैंने अपने भाभी को टेस्ट दिया और क्या मैं उस टेस्ट में पास हुआ ये जानने के लिये कहानी का अगला भाग पढ़े…

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