Village Teen Girl Fuck – चुदासी लड़की को मुझसे प्यार हो गया 2

Village Teen Girl Fuck – चुदासी लड़की को मुझसे प्यार हो गया 2

Village Teen Girl Fuck

नमस्कार दोस्तों, मैं आपका दोस्त लव फिर से हाज़िर हूँ क्रेजी सेक्स स्टोरी पर अपनी कहानी का अगला भाग लेकर. दोस्तों आपने मेरी कहानी चुदासी लड़की को मुझसे प्यार हो गया 1 में पहा था की कैसे मेरे गाँव की एक कुंवारी लड़की मेरे प्यार में पागल हो गई और मेरा लंड चूसने लगी, अब आगे – Village Teen Girl Fuck

अगले दिन सुबह उसकी मां गेंहू पसारने आ गई ।

आंटी: बउआ जी आप गेंहू की बोरी ऊपर छत पर चढ़ा दीजिए। बांस की सीढ़ी के कारण मुझसे चढ़ेगा नही।

(उनके छत पर सरसों का ठंठल जो जलावन के काम आता है वो रखा हुआ था इसलिए वो मेरे छत पर पसारने आई थी) (मेरा दिमाग ठनका की ऊपर तो इनकी बेटी का ब्रा है).

मैं: (बहाना बनाते हुए) पहली मंजिल पर ही पसार लीजिए ना चाची।

चाची: अरे यहां पूरा छत गंदा है। (सच में पुरी छत पर सर्कस देखने वालों ने मूंगफली के छिलके, कागज़, चिप्स फैला रखा था).

मै: ठीक है चाची, मैं लेकर जाता हूं आप सीढ़ी पकड़ना।

चाची: ठीक है।

मैं अब 30 केजी गेंहू ले उपर चढ़ा उपर चढ़ते ही सबसे पहले मैंने ब्रा उठाई और उसे छुपाने की जगह खोजने लगा इतने में चाची की आवाज आधी सीढ़ी से आई।

चाची: मुझे हाथ तो दो बउआ जी । (मैने जल्दी में ब्रा को अपने अंडर वियर में डाल लिया, मेने उस टाइम हाफ पैंट और टी शर्ट पहन रखी थी पैंट काफी लूज थी तो ब्रा रखने की वजह से लन्ड के पास उभार बन गया था। फिर मैने चाची को हाथ पकड़ कर खींचा। चाची मेरे लन्ड के उभार को देख मुस्कुराते हुए।

चाची: (मुझे छेड़ते हुए) काफी जवान हो गए हो बउआ जी, नजर इधर उधर रखते हो। (चाची मुझे पहले भी छेड़ते रहती थीं) उनको लगा मेरी ये हालत उनके चूंचे देखने से हुई है। फिर मैं जल्दी से उतर कर अपने रूम में आकर सबसे पहले ब्रा निकली और बैग में छुपा दिया। फिर कुछ देर बाद चाची की आवाज आई।

चाची: सीढ़ी तो पकड़ो बउआ जी। मैं बाहर आकर सीढ़ी पकड़ा चाची घुटने तक साड़ी उठा उतरने लगी । मैं नीचे देखने लगा ।

चाची: ऊपर देखो बउआ जी कही गिरा न दो। उपर देखा तो चाची की गोरी मोटी जांघें दिखी। फिर वो मुस्कुराते हुए चली गई। शाम को किसी ने गेंहू उतार दिया। फिर शाम को जब सर्कस शुरु हुआ तो वो आ गई ।

मैं: आज तेरी वजह से मरते मरते बचा हूं।

वो: क्यूं क्या हुआ?

मैं: (मै उसे ब्रा देते हुए सारी बातें बताई).

वो: क्या सच में तुम मेरी मम्मी के चूंचे देख रहे थे?

मै: पागल है क्या मैं क्यों देखूंगा।

वो: कुछ भी कहो लेकिन मेरी मम्मी के चूंचे हैं बहुत अच्छे, और मेरी दीदी के तो और भी अच्छे हैं, पता नही मेरे कब वैसे होगें, तुम कर सकते हो क्या?

मैं: पागल है क्या कुछ भी बोल रही हो।

वो: नही सच मे मेरी दीदी के चूंचे बहुत अच्छे हैं, तुम देखोगे तो तुम्हारे मुंह में पानी आ जाएगा।

मैं: पागल है क्या। वो मुझे राखी बांधी हैं बचपन में।

मै: खैर छोड़ो।

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फिर वो मुझे किस करने लगी आज मैं अपने साथ एक बोरा साथ लाया था जिसपर मैं लेट गया और मेरे ऊपर वो लेट गई, और किस करने लगी आज भी वो शर्ट और स्कर्ट पहन कर आई थी ब्रा पहनकर नही आई थी, मेरे हाथ उसके पीठ, कमर और चूतड पर घूम कर सहला रहे थे।

अब वो मेरे सिने पे चूसते हुए पेट पर पहुंच गई। फिर उसने मेरा पैंट उतार दिया में उसे ऊपर खींच लन्ड पर चूमने से मना कर दिया मै अपनी झांटे हमेशा क्लीन शेव ही रखता हूं। फिर मैं उसे किस करने लगा उसके चूंचे चूसने लगा वो आह आह आवाज कर रही थीं.

मैं कभी कभी उसके सिने गर्दन पर हल्के से दांत भी लगा देता था। इसके चूतड चूसते हुए मैने उसे लिटा दिया और पैंटी उतार उसकी जांघों को चूसता काटता उसके बूर पर होंठ रख खूब चूसा, वो बिन पानी के मछली जैसी तड़प गई उसकी आवाज कुछ ज्यादा तेज हो गई लेकिन सर्कस के माइक के आवाज में दब गई।

उसके बूर ने पानी उगल दिया। फिर वो मुझे किस करने लगी और मेरे लन्ड को हाथों से आराम से पकड़ने लगी आज उसने बड़े आराम से सहलाना शुरू किया मैने उसके चूत रस को अपने लन्ड पर लगाने वोला, उसने लगाकर लन्ड सहलाना जारी रखा कुछ मिनट में उसका हांथ दर्द करने लगा.

तो मैने उसे लिटाया और उसे किस करते हुए इंडेक्स फिंगर उसके बूर में डालने लगा बहुत मुश्किल से आज चली गई लेकिन उसे दर्द बहुत हुआ फिर मेने उंगली आगे पीछे करना शुरू किया अब उसे कुछ अच्छा लगना शुरू हुआ तो मैंने उसके बूर पर लन्ड घिसना शुरू किया.

उसके दोनो जांघों को भींच कर उसमे लन्ड फंसा कर उसके चूत पर लन्ड घिसता रहा 10 मिनिट में हम दोनो ही झड़ गए। मैं उसके ऊपर लेटा उसे किस कर रहा था उसने मुझे कस कर बांहों में जकड़ रखा था और मेरे कमर को अपने पैरों से बांध लिया।

फिर कुछ देर बाद हम नॉर्मल हुए और मैने उसे ब्रा पैंटी पहनाई और अपने कपड़े पहन लिया फिर आज उसने मुझे लंबा स्मूच दिया और हम अलग हुए। फिर यही सिल सिला जब तक सर्किस चला तब तक चला सर्कस पुरे 15 दिन चला था। सर्कस खत्म होने के बाद हमारा मिलना बंद हो गया बस दिन मे वो दवाई और जूस बनाकर दे जाती, फिर कुछ दिन बाद दवाई भी बंद हो गया।

फिर शादियों का सीजन आ गया और वो अपने बुआ के बेटे के शादी में चली गई। अभी भी मुझे 4 महीने गांव में रहना था। शादी को 3 दिन बीत गए लेकिन वो नही आई। फिर मेरा एक एग्जाम उसी शहर मे पड़ा जिस शहर उसका बुआ का घर था 15 दिन बाद। वो शहर मेरे गांव से कुछ 7,8 घण्टे के ट्रेन के सफर का था।

तो उसकी मां ने कहा कि जा ही रहे हैं तो लवली को भी लेते आईऐगा। मैने कहा ठीक है मेरा एग्जाम 3 बजे खत्म होगा फिर 4 बजे ट्रेन है अगर वो 4 बजे स्टेशन आ जाएगी तो साथ आ जायेगी। मेरा एग्जाम सेंटर स्टेशन से नजदीक ही था मेरा टिकट स्लीपर का कन्फर्म हो गया था अपर बर्थ उसका पता नही था।

एग्जाम खत्म होते ही मैं सीधा स्टेशन पहुंचा, कुछ देर बाद वो भी फुफेरे भाई के साथ स्टेशन पहुंच गई। उसके भाई ने बताया कि उसका भी कन्फर्म है किसी और बोगी का लोअर बर्थ। मैने कहा कोई बात नही एक्सचेंज कर लेंगे। फिर ट्रेन आ गई।

मेरे सामने वाले बर्थ पर एक बुजुर्ग थे तो मैने उनको उसका लोअर बर्थ दे दिया और उनका अपर बर्थ ले लिया, उन्होंने धन्यवाद कहा। फिर मैने उसका बैग एक बर्थ पर रखा और एक बर्थ पर दोनो जाकर बैठ गए। बैठते ही वो बोली।

वो: 20 दिन बाद देख रही हूं।

मैं: उसके गाल सहलाते हुए मै भी।

फिर वो मेरे सिने पर सिर रखकर लेट गई मैं उसके बालों को सहला रहा था। ट्रेन चल रही थी फिर एक स्टेशन पर मैने बर्गर लिया और शाम 7 बजे उसने जो खाना लाया था उसके साथ खा लिया मेने देखा कि उसके होंठों पर साउस लगे थे जिसे मेने हाथों से पोंछ दिया। पर उसने मेरे होंठों पर लगे साउस को होंठों से लगा लिया ।

मैं: क्या कर रही हो।

वो: साउस लगा था उसे साफ कर रही हूं।

फिर हम लेट गए उसका सिर मेरे सिने पर था और एक जांघ उसने मेरे जांघ पर चढ़ा रखा था । मैं उसका कंधा सहला रहा था तो मैंने देखा कि उसके कंधे पर ब्रा के स्ट्रिप के निशान बन गए थे।

मैं: तेरे ब्रा का नंबर बड़ने वाला है तूने नई साइज की ब्रा नही ली।

वो: (मुस्कुराते हुए) तूने किए हैं तो तू ही लेगा ना।

मैं: चल ठीक है कभी बाजार चलना तो कहना।

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फिर ऐसे ही एक दूसरे को प्यार करते सहलाते चूमते रात 11 बजे हमारे गांव से 25 km दूर स्टेशन पर पहुंच गई हमारी ट्रेन। वहा से हमे दूसरे रूट में 20 km ऑटो लेना होता है फिर वहा से उसका भाई हमे बाइक से घर ले जाता। ट्रेन से उतरते ही।

वो: यही किसी होटल में रुक जाते हैं रात काफी हो चुकी है फिर फुल मस्ती करेगें।

इतने में मेरा फोन बजा उसके भाई का कॉल था उसने बोला।

उसका भाई: तुम स्टेशन पर ही रुको मैं वही आ जाता हूं ऑटो मिलने में मुश्किल होगी।

मैं: नही ऑटो मिल गई है आप बस 5 km वाले कस्बे पर आ जाओ।

उसका भाई: ठीक है।

फिर मैने एक ऑटो वाले को 200 दिए और बोला की गाड़ी धीमे चलाना और म्यूजिक बजा दे। फिर हम समान लेकर ऑटो में बैठ गए और पर्दा गिरा दिया। अंदर आते ही वो मुझ पर टूट पड़ी और किस करने लगी मैं भी उसका पूरा साथ देने लगा।

मैने उसके सलवार में हाथ डाल सीधा उसकी चूत मसलने लगा उसे जोर से भींच दिया, फिर मैने बीच वाली अंगुली एक इंच डाल दी उसे कुछ देर आगे पीछे करता रहा फिर दो उंगली घुसाने की कोशिश कि तो उसे दर्द होने लगा फिर अंगूठे से उसकी बूर के मुंह को सहलाता रहा।

आज मैने उसे दाएं चूचे के ऊपर लवबाइट दी उसने भी मुझे गर्दन और सिने पर लवबाइट दे दी फिर मैने उसके कंधे पर बाइट दी। 45 मिनट हमने खूब मस्ती की उसकी पूरी सलवार गीली हो गई थी फिर जब पहुंचने वाले थे तो हमने अपने कपड़े सही किए।

उतरते ही उसका भाई मिल गया उसने बोला इतनी देर कैसे लगी ऑटो वाले ने बोला क्या सर रात का समय है गाड़ी थोड़ी संभाल कर चलानी पड़ती है। फिर हम बाइक पर बैठ कर घर आ गए। अगले 10 दिन ऐसे ही निकल गए फिर एक दिन उसने एक अनजान नंबर से फोन किया। उसके पास मोबाइल नही था। मैने पूछा कि किसका नंबर है तो उसने बोला उसकी सहेली का। “Village Teen Girl Fuck”

वो(फोन पर): अब मुझे तुमसे दूरी बर्दास्त नही होती। अब कुछ करो।

मैं: मैं क्या करूं।

वो: तो मैं ही कुछ करती हूं । ये जो मेरी सहेली है उसका फलाने कस्बे मे रुम है वहा हम मिल सकते हैं, मैं अपने घर बोल दूंगी की मैं बाजार जा रही हूं। (ये कस्बा मेरे गांव से 8km दूर था वहा से मैने 10th किया था, वहा काफी लोग मुझे जानते है।).

मैं: तुम्हारी सहेली क्या करती है कौन है कितने लोग रहते हैं वहा।

वो: शादी शुदा है अपने पति के साथ रहती है खुद का ब्यूटी पार्लर है, पति इसका 8 बजे दूसरे शहर काम पर चला जाता है और शाम 7 बजे आता है, ये खुद 10 बजे जाती है और 4 बजे आती है।

मैं: ओके लेकिन पहले मैं पता कर लूंगा तभी आऊंगा।

वो: ठीक है लेकिन कल का ही प्रोग्राम रखो।

मैं: ओके देखते हैं।

फिर मैने उस कस्बे के दोस्तों को फोन कर पता किया सब ने बताया कि हां एक कपल है पति का नाम विवेक है बाकी सब वही जो उसने बताया। फिर अगले दिन मैं वहा पहुंच गया अपने बाइक से 11 बजे उसका फोन आया तो उसने मुझे रिसीव किया ये नया बना मकान था.

फिर वो मुझे एक 1बीएचके फ्लैट में ले गई चाभी उसके पास थी, वहा जाकर मैंने इंक्वायरी करनी चालू की बगल के फ्लैट में ताला लगा था,। इस फ्लैट में पहले एक हॉल उसके दाईं किचन और अन्दर एक रुम था हाल में एक बेसिन और एक बेड लगा था। अंदर जाते ही, मैं: बाथरूम किधर है। (बोलते हुए मै बेडरूम मे जाने लगा जहा से मैने बाथरूम का दरवाजा देखा).

वो:(उसने मुझे बेडरूम से बाहर लाते हुए) बाथरूम लीकेज है सब लोग नीचे का बाथरूम यूज करते हैं, जाना है तो वही चले जाओ।

(इतना बोलते हुए उसने बेडरूम का गेट बाहर से बंद कर दिया) मैं वही हॉल के बेड पर बैठ गया वो मेरे गोद मे बैठ गई । आज पहली बार उसे ब्रॉड डे लाइट में मेरी बांहों में थी।

मैं: करने से पहले बता दूं कि थोड़ा बहुत दर्द हो सकता है।

वो: पता है मैं सह लूंगी।

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उसने किस करना शुरू किया उसकी आंखे बंद थी किस करते हुए हमारे कपड़े उतरने शुरू हो गए। अब मैं सिर्फ अंडर वियर में था और वो सिर्फ ब्रा पैंटी मेने उसे आंखे खोल ने बोला लेकिन वो शर्मा कर पानी पानी हो गई फिर मैने उसके ब्रा पैंटी भी उतार दी और उसने मेरा अंडर वियर। “Village Teen Girl Fuck”

पहली पर उसे दिन को रोशनी में पूरा नंगा देख मैं भौचका रह गया। नशीली आंखे, नोकदार नाक,गुलाब की पंखुड़ी से मुलायम पतले होंठ पतले होंठों का भी अपना मजा है, सुराही दार गर्दन, उसके चूंचे अब थोड़े बड़े हो गए थे पिंक निप्पल का क्या ही कहना, पतली कमर, सपाट पेट पर गहरी नाभी ऐसे लग रही थी जैसे रेत के समुंद्र में जलाशय।

उसके नीचे उसके उभरे हुए पेडू किसी टीले से लग रहे थे, उसके नीचे उसकी रोयेंदार बूर के होंठ स्कूल के स्लाइडिंग झूले की याद दिला रहे थे। पीछे उसकी चूतड़ों की दरार किसी संकरी घाटी की तरह थे। उसके छोटे छोटे सफेद चूतड रूई की तरह थे उंगलियां उनमें धंस जाती थी। जब उसने आंखे खोली तो वो शर्म के मारे मेरी बांहों में सिमट गई। मैने उसे प्यार से सहलाया और उसे चूमने लगा।

वो: सुसु आई है।

मैं: पहली बार घबराहट में सूसू लगती है।

मैंने उसे नंगा उठाया और बेसिन पर बिठा दिया उसे और बोला अब कर लो उसने कोई 30 सेकंड बाद मूतना शुरू किया पिसाब का पानी उसके बूर पर चमक रहा था । मैने नल खोल कर उसकी चूत पर पानी मारा और सीधा उसे बेड पर लिटा कर उसके बूर पर चमकते पानी के बूंद को अपने तरसते लबों से पी लिया। फिर मैने सोचा मैं भी सुसु कर लेता हूं। तो मैं भी बेसिन पर जाकर सुसु करना शुरू किया। इतने में उसने आकर मेरा लन्ड पकड़ लिया। “Village Teen Girl Fuck”

वो: आज तुम नही मैं पकडुगी।

मैं: ठीक है लेकिन धीरे से नही तो पेसाब नही निकलेगा।

वो: ओके।

फिर मैने पिशाब खत्म कर लन्ड पर पानी मारा उसने मेरा लन्ड पकड़े ही घुटनों के बल बैठ गई।

वो: आज मुझे मत रोको इसे प्यार करने से।

मैं: ठीक है। बस दांत मत लगा देना।

वो: ओके.

(बोलकर उसने लन्ड पर उसके आस पास चूसने चूमने लगी।) मैने कल ही बाल साफ किए थे तो लन्ड चमक रहा था। वो काफी प्यार से लन्ड चूस रही थी। कुछ समय बाद मैंने उसे ऊपर उठाया और उसके होंठ चूसने लगा उसके मुंह के अंदर जीभ धकेल उसकी जवान चूसने लगा.

फिर उसकी गर्दन से होते हुए उसके कान के इयरलॉब से होते हुए उसकी सिने को चूसने लगा फिर उसे लिटा कर उसके चूचों पर टूट पड़ा, उसके चूचों को चूसने लगा पूरा मुंह में लेकर चूसना अब मुस्किल हो चला था। फिर उसकी नाभी पेट से होते हुए उसके बूर पर पहुंच गया उसे चूसने चाटने लगा।

फिर मैने उसे कंधे से किस करते हुए उसकी पीठ को चूसने लगा, फिर उसके चूतड को चूसते हुए उसके लंबी गुड़ेदार जांघों को चूसने लगा। फिर मैने अपना लन्ड उसके बूर के होंठ पर रख कर रगड़ा और पूछा तैयार हो, उसने सिर हिला कर हां में जवाब दिया. “Village Teen Girl Fuck”

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मैने एक धक्का लगा दिया सुपाड़ा घुस गया था लेकिन वो जोर से चीख पड़ी मैंने उसके होंठ अपने होंठों से दबा दिया। फिर मैने एक झटका और मारा तो मेरा आधा लन्ड अन्दर चला गया। वो मेरे सिने पर मुक्का मार रही थी मेरे पीठ नोंच रही थी लेकीन मेने उसे नही छोड़ा।

कुछ देर उसे प्यार से सहलाने पर वो कुछ नॉर्मल हो गई। तो अब मेने आधा लन्ड ही आगे पीछे करने लगा तो अब उसे थोड़ा अच्छा भी लग रहा था फिर मैने पूछा थोड़ा और है डाल दूं उसने हां में सिर हिलाया मैने उसके कंधे से पकड़ कर होंठो को बंद कर जोर का धक्का मारा मेरा पूरा लन्ड अन्दर चला गया.

उसे काफी दर्द हुआ उसकी आखों से आंसू आ गए मै कुछ देर वैसे ही पड़ा रहा 5 मिनट बाद वो नॉर्मल हुई, तो मैं फिर हल्के हल्के धक्के लगाने शुरु किया। थोड़ी देर तो उसे दर्द हुआ पर फिर उसे मजा आने लगा कुछ देर में वो झड़ गईं और पस्त हो गई, मेरा अभी नही हुआ था.

फिर भी मैंने अपना लन्ड बाहर निकाल लिया देखा तो उसमे खून लगा था उसकी चूत से भी खून निकल रहा था, मेरे लन्ड की चमड़ी भी छील गई थी। मेने अपना लन्ड बेसिन में धोया और उसे बांहों में भर कर सो गया वो काफी पस्त हो गई थी। फिर मेरी नींद खुली जब मुझे लगा कोई मेरा लन्ड चूस रहा है मैं उठा तो देखा वो मेरा लन्ड चूसते हुए मुस्कुरा रही थी। “Village Teen Girl Fuck”

वो:गुड मॉर्निंग जानू।

मैं: कैसा लगा सुहाग दिन ज्यादा दर्द तो नही है।

वो:थोड़ा दर्द है।

(मैने घड़ी देखा तो 2:40 बजने को थे ।) मैं: अब चलना चाहिए।

वो: रुको पहले तुम्हारा तो रस निकाल दूं। ये कहकर वो मेरा लन्ड चूसने लगी।

मैं: 69 हो जाओ ।

वो: वो कैसे होता है?

मैने उसे बताया फिर वो मेरे ऊपर से मेरा लन्ड चूस रही थी और मै उसका चूत ।

वो: आह आराम से करो दर्द होता है, मेरी सुसु लगता है फट गई है खून निकल रहा था।

मैं:(हस्ते हुए) ये सुसु क्या होता पहले बूर थी अब चूत है सुसु नही है, दर्द मेरे लन्ड मे भी हो रहा लेकिन उत्तेजना के वजह से महसूस कम हो रहा है, देखो छील गया है। और ये चूत है सुसु नही (उसकी चूत मे जीभ डालते हुए).

वो: ठीक है चूत ही है, हां तुम्हारे इसके चमड़ी ज्यादा पीछे चली गई है और लाल भी हो गई है।

वो काफी सावधानी से चूस रही थी फिर 3 बजे तक हम दोनो झड़ गए मैने उसे स्पर्म मुंह में जाने से पहले ही हटा दिया और उसके हाथ से करते हुए झड़ गया। फिर उसने मेरे लन्ड को साफ किया और मैने उसके चूत को फिर हम कपड़े पहन लिए।

मैं: ज्यादा दर्द हो तो गर्म पानी से सिकाई कर लेना।

वो: ओके, मैं 2, 3दिन यहीं रुक जाती हूं घर पर बोलकर। कल फिर आ जाना ओके।

मैं: ओके।

(आने से पहले एक लंबा स्मूच कर वहा से निकल गया) फिर अगले दिन 11 बजे मै फिर पहुंच गया आज बेडरूम में ताला था।

मैं: अब दर्द कैसा है?

वो: अब नही है।

फिर हमने उस दिन 2 बार चुदाई की, आज उसे कुछ कम दर्द हुआ और मैने उसे खूब मजा कराया, उसने पानी चूत में लेने की गुजारिश की तो मैने उसे समझाया। अगले दिन फिर आने को बोला उसने मैने कहा ठीक है। फिर शाम को मैने उसकी मां को कहते सुना की लवली अपनी दीदी के यहां गई है। “Village Teen Girl Fuck”

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ये सुनकर मेरा माथा ठनका मैने सोचा क्या ये मम्मी से झूठ बोलकर कही और रह रही है, लेकीन ऐसा कैसे हो सकता है आज कल फोन का जमाना है। फिर मेरा माथा ठनका जब मुझे उसके जीजा का नाम सोचा की कही विवेक तो नही, फिर मैने अपने उस कस्बे के दोस्त को फोन कर पार्लर वाली का नाम जानने बोला कुछ देर में उसने बताया कि उसका नाम प्रीति है। ये सब सोच कर मुझे बहुत गुस्सा आया थोड़ा डर भी लगा, लगा की अभी फोन करके उसका राज उजागर कर दूं।

लेकिन फिर लगा उसकी इतनी हिम्मत तो नही होगी कि वो हमारे बारे में ये सब अपनी दीदी को बताएगी। रुम तो उसके दीदी का है ये तो पक्का है अब जानना ये है कि क्या उसकी दीदी को हमारे बारे मे पता है अगर पता चल गया तो मै तो शर्म के मारे मर ही जाऊंगा। ये सब सोचते सोचते मैं सो गया। कहानी अभी बाकी है, आगे क्या हुआ जानने के लिए कहानी का अगला भाग पढ़े…

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